एक पुरानी कहावत है कि हर फसाद की जड़ "जर, जोरू और जमीन" होती है. यहां 'जर' का मतलब धन और 'जोरू' का मतलब स्त्री से है. दिल्ली से सटे फरीदाबाद में हुई एक सनसनीखेज वारदात इसी कहावत के इर्द-गिर्द घूमती है. यहां पेशे से वकील एक साले ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपने ही जीजा का अपहरण कर लिया. अपहरण की पूरी साजिश फिल्मी तरीके से की गई. अपहरणकर्ता पीड़ित को लेकर दिल्ली-एनसीआर से दूर मोहाली में पहुंच गए. लेकिन पीड़ित की प्रेमिका ने पुलिस को सूचित कर दिया. फरीदाबाद पुलिस ने लंबी जांच और खोजबीन के बाद आखिरकार पीड़ित को सकुशल बरामद कर लिया. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, फरीदाबाद के सेक्टर 16 के रहने वाले राजकुमार के पास काफी ज्यादा प्रॉपर्टी है. उसके पास पुश्तैनी जमीन भी थी. उसकी जमीन जहां पर है वहां प्रबंधन एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएमटी) का निर्माण होना था, जिसके लिए जमीन की जरूरत थी. संस्थान ने महंगे दाम पर राजकुमार की जमीन खरीद ली. इस डील में उसे काफी पैसे मिले, जिससे उसने दूसरी जगह आठ एकड़ जमीन और फरीदाबाद में ही दो प्लॉट खरीद लिए. जैसा कि ज्यादातर लोगों के साथ होता है. पैसा आते ही दिमाग खराब हो जाता है. राजकुमार के साथ भी वही हुआ. अब उसे घर में रहना और घर का खाना अच्छा नहीं लगता था. इसी दौरान एक दूसरी महिला से उसके संबंध बन गए.
साले ने जीजा के लिए रची ऐसी खौफनाक साजिश
राजकुमार अपनी पत्नी को छोड़कर दूसरी महिला के साथ रहने लगा. कुछ दिनों बाद उसने उसके साथ कोर्ट मैरिज कर लिया. उसके साले विनय को जब ये बात पता चली तो वो बेहद नाराज हुआ. विनय पेशे से वकील है और चंडीगढ़ हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करता है. उसने कानूनी धौंस दिखाकर राजकुमार से आठ एकड़ जमीन अपनी बहन के नाम करा दिया. उससे पैसे भी दिलाए, लेकिन मामला दोनों प्लॉट पर आकर अटक गया. राजकुमार न तो उस महिला को छोड़ना चाहता था, न ही प्लॉट देना चाहता था. विनय की धमकी के डर से उसने हाईकोर्ट में प्रोटेक्शन के लिए फाइल लगा दी. इसकी सुनवाई 17 अक्टूबर को होनी थी. इससे पहले विनय साजिश रच डाली, जिसमें राजकुमार फंस गया.
योगेश ने लालच देकर राजकुमार को ऐसे फंसाया
विनय का एक दोस्त नरवीर फरीदाबाद कोर्ट में प्रैक्टिस करता है. उसने उसके साथ मिलकर अपहरण की पूरी साजिश रची. इसके लिए उम्रकैद की सजा काट रहे पेरोल पर बाहर आए एक अपराधी योगेश को राजकुमार का किराएदार बनाकर भेजा गया. योगेश ने कुछ ही दिनों में राजकुमार से दोस्ती गांठ ली. इसके बाद वारदात में शामिल होने वाले सभी लोगों ने एक-एक राजकुमार के घर आकर उसकी पहचान कर ली. एक दिन योगेश ने राजकुमार से कहा कि उसका एक रिश्तेदार फरीदाबाद से दिल्ली शिफ्ट हो रहा है. अपने फर्नीचर के सामान सस्ते दामों पर बेंच रहा है. यदि उसे सोफे और बेड की जरूरत हो तो जाकर ले सकता है. राजकुमार की दूसरी पत्नी को लालच आ गया. उसने हामी भर दी.
प्रेमिका की सूझबूझ ने बचाई राजकुमार की जान
तय योजना के तहत योगेश राजकुमार और उसकी पत्नी को लेकर फरीदाबाद के सेक्टर 17 पहुंचा. वहां पहले से विनय, नरवीर और उसके साथी मौजूद थे. उन्होंने राजकुमार की पत्नी को धक्का मारकर उसे जबरन कार में बैठा लिया. इसके बाद उसे लेकर मोहाली चले आए. इधर राजकुमार की दूसरी पत्नी ने तुरंत पुलिस को सूचित कर दिया. पुलिस ने जांच की तो सारे आरोपियों का खुलासा हो गया है. इस वारदात में पलवल का हर्ष, राहुल, महेश, धर्मेंद्र, चंदावली का नरवीर, रेवाड़ी का विनय और राजस्थान के भरतपुर का योगेश शामिल है. पुलिस की टीम ने राजकुमार की तलाश में हरिद्वार, देहरादून, चंडीगढ़ और मोहाली में कई जगहों पर दबिश दी. इसके बाद वो मोहाली से बरामद हो गया.
सुपारी किलिंग करता था पेरोल पर रिहा अपराधी
फरीदाबाद पुलिस ने अपहरण के लिए इस्तेमाल की गई 2 कार, 32 बोर की 1 लाइसेंसी पिस्टल, 19 कारतूस और 315 बोर का देसी कट्टा भी बरामद किया गया है. सभी आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. पीड़ित राजकुमार सकुशल अपने घर वापस आ चुका है. यहां सबसे दिलचस्प बात ये है कि आरोपियों में ज्यादातर वकील हैं और एक-दूसरे के रिश्ते में हैं. इसमें बस एक प्रोफेशनल क्रिमिनल योगेश है, जो हत्या के एक मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है. लेकिन पेरोल पर बाहर आकर सुपारी किलर का काम भी करता है. इस वारदात में राजकुमार की पहली पत्नी की भूमिका की जांच की जा रही है. हालांकि, अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं, जिससे कि साबित हो सके कि वो शामिल थी.
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