दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में एक महिला को कोर्ट ने पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई थी. सुरक्षा मिलने के बाद भी महिला की हत्या हो गई, जिसकी वजह से 3 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया. सस्पेंशन की जद में एसएचओ भी आए हैं. आरोप है कि कोर्ट की सुरक्षा के आदेश देने के बाद भी महिला को सुरक्षा नहीं दी गई.
सुरक्षा देने में नाकाम रहने की वजह से एसएचओ समेत 3 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया. हत्या की जैसे ही सूचना डीसीपी को मिली, उन्होंने तत्काल प्रभाव से एसएचओ चंद्र खंडूरी, एसआई अमित कुमार और एएसआई अयाज अहमद को सस्पेंड कर दिया. अब इन्हें पूरे प्रकरण पर अपना पक्ष रखना होगा.
दरअसल नंदू नाम के एक शख्स ने अपनी पत्नी झारना के परिवार पर जानलेवा हमला किया था. केस में नंदू की पत्नी ही गवाह भी थी. कोर्ट में पत्नी, अपने पति के खिलाफ गवाही देने वाली थी. नंदू को इस केस में जेल भेज दिया गया था. कुच महीनों बाद नंदू जेल से रिहा हुआ और उसने पत्नी और उसके परिवार को फिर से धमकाने लगा.
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गवाही से मुकरने के लिए दबाव बना रहा था आरोपी
आरोपी अपनी पत्नी पर गवाही से मुकरने के लिए दबाव बना रहा था. पत्नी ने कोर्ट से अपनी जान बचाने की गुहार लगाई. कोर्ट ने एसएचओ को महिला की सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया. कोर्ट ने कहा कि महिला की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसएचओ गोविंदपुरी की होगी.
3 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
कोर्ट के आदेश के बाद भी आरोपी नंदू अपनी पत्नी को धमकाता रहा. महिला की 31 जुलाई 2021 को उसी पति ने हत्या कर दी. अब इस वारदात की गाज 3 पुलिसकर्मियों पर गिरी है. उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है.
अरविंद ओझा