दक्षिण दिल्ली के भाटी माइंस की जंगलों में एक छात्र की अधजली लाश मिलने से सनसनी फैल गई है. मृतक की पहचान फरीदाबाद के दीपांशु के रूप में हुई है. मृतक की उम्र 20 साल बताई जा रही है. वह 5 सितंबर से फरीदाबाद से लापता था.
परिजनों का आरोप है कि उसकी हत्या की गई है, क्योंकि जिस हालत में युवक की लाश मिली है, ऐसा लगता है उसे मार कर जलाने की कोशिश की गई है. फिलहाल इस मामले में फरीदाबाद में मिसिंग का मुकदमा दर्ज है. वहीं, दिल्ली पुलिस शव का पोस्टमार्टम करा जांच कर रही है.
दीपांशु की बहन की शादी भाटी माइंस इलाके में हुई थी. दीपांशु की बहन अपने घर फरीदाबाद घर गई थी. 5 सितंबर को दीपांशु को अपनी बहन को छोड़ने भाटी माइंस आना था, वह बाइक लाने गया लेकिन उसके बाद घर लौट कर वापस नहीं आया. परिजनों ने पूरा दिन और रात दीपांशु को जगह-जगह खोजा, जब कुछ पता नहीं चला तो 6 सितंबर की सुबह परिजनों ने फरीदाबाद थाने में दीपांशु के मिसिंग की शिकायत दी.
परिजनों ने दीपांशु की फोटो फेसबुक पर पोस्ट की थी. पोस्ट पढ़ने के बाद किसी ने बताया कि फोटो से मिलती जुलती स्कूटी भाटी माइंस के जंगलों में देखी गई थी. सूचना मिलने के बाद तुरंत दीपांशु का परिवार भाटी माइंस के जंगल पहुंचा. उन्होंने स्थानीय पुलिस को इस बाबत सूचना दी. काफी सर्च के बाद जो तस्वीर सामने आई वह दिल को दहला देने वाली थी. दीपांशु की लाश इस जंगल के खदानों में नीचे पड़ी हुई थी, ऐसा लग रहा था कि जैसे मरने के बाद किसी ने उसे जलाने की कोशिश की हो. लाश के बगल में है दीपांशु का मोबाइल टूटा हुआ था और एक बोतल में पेट्रोल था.
दीपांशु की अधजली लाश मिलने के बावजूद भी इस पूरे मामले में हत्या का मुकदमा अभी तक दर्ज नहीं हुआ है. ऐसा लगता है 2 राज्यों के सीमा विवाद में दीपांशु की मौत की गुत्थी और उलझ ना जाए. इस पूरी घटना में जहां मिसिंग की शिकायत फरीदाबाद थाने में है. वहीं, दक्षिणी दिल्ली में शव मिलने के बाद जिले के डीसीपी का कहना है कि वह शव का पोस्टमार्टम करा कर रिपोर्ट को फरीदाबाद पुलिस को सौंप देंगे, यानी जिस स्थान पर यह घटना हुई है. उस इलाके की पुलिस ने बगैर मुकदमा दर्ज किए ही कार्रवाई की बात कह रही है.
तनसीम हैदर