Biharsharif: खेत से चल रहा था 'करोड़पति' बनाने का कारोबार, पुलिस ने खोली पोल

बिहार शरीफ के उपरावां गांव खंधा में पुलिस ने सूचना के आधार पर छापामार कार्रवाई की. यहां पर खेत में बैठकर आईपीएल क्रिकेट मैच पर सट्टा लगवाया जा रहा था, तो वहीं लोगों को लोन दिलाने के नाम पर ठगी भी की जा रही थी. पुलिस का छापा पड़ते ही भगदड़ मच गई.

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(प्रतीकात्मक तस्वीर) (प्रतीकात्मक तस्वीर)

aajtak.in

  • बिहार शरीफ,
  • 05 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 6:55 PM IST
  • पुलिस टीम ने उपरावां गांव खंधा में मारा छापा
  • तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार, पूछताछ जारी
  • सट्टेबाजों को फोन पर मिल रहा था लोन

आईपीएल क्रिकेट मैच में सट्टा लगाना हो या फिर लोन लेना हो, सारा काम खेत पर ही बैठकर हो रहा था. ठगी की इस दुकान पर जब पुलिस ने छापामारा तो भगदड़ मच गई. पुलिस ने यहां से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से नकदी और मोबाइल के साथ एक बाइक बरामद हुई है.  

बिहार शरीफ के उपरावां गांव खंधा में पुलिस ने सूचना के आधार पर छापामार कार्रवाई की. यहां पर खेत में बैठकर आईपीएल क्रिकेट मैच पर सट्टा लगवाया जा रहा था, तो वहीं लोगों को करोड़पति बनाने का सपना दिखाकर लोन दिलाने के नाम पर ठगी भी की जा रही थी. पुलिस का छापा पड़ते ही भगदड़ मच गई. 

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आईपीएल मैच पर लग रहा था सट्टा 

पुलिस ने यहां से उपरावां के रहने वाले निशांत कुमार पुत्र सुरेन्द्र प्रसाद, शशिरंजन पुत्र धीरज कुमार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने मौके से एक बाइक, 6 हजार की नकदी, दो मोबाइल और कुछ दस्तावेज भी बरामद किए हैं. वहीं पुलिस टीम को देख मौके से फरार हुए आरोपियों की तलाश जारी है. 


पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी 

सदर डीएसपी शिब्ली नोमानी ने बताया कि उपरावां गांव में खेत में बैठकर आईपीएल क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने और लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने की सूचना काफी दिन से मिल रही थीं. सूचना के बाद नगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार, दारोगा श्रीमंत कुमार ने गांव में छापेमार कार्रवाई की, जिसमें पुलिस टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है.

ठगी के दलदल में फंस रहे युवा

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पुलिस ने बताया कि गिरोह का सरगना कतरीसराय निवासी निशांत है. वर्तमान में वह उपरावां में रह रहा था. बताया गया है कि ये लोग अपने संपर्क में आने वाले युवाओं को करोड़पति बनने का सपना दिखाते हैं, जिसके बाद उन्हें ठगी के इस दलदल में धकेल दिया जाता है. ठगी करने वाले युवकों को कमीशन के रूप में 25 प्रतिशत दिया जाता है.

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