Advertisement

क्राइम न्यूज़

MP: फर्जी नर्सिंग होम में गई 7 बच्चों की जान, डॉक्टर फरार, नर्स 10वीं फेल

पंकज शर्मा
  • राजगढ़,
  • 23 मई 2021,
  • अपडेटेड 11:11 PM IST
  • 1/7

मध्य प्रदेश के राजगढ़ में कोरोना काल में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. फर्जी नर्सिंग होम और अनाड़ी डॉक्टरों की वजह से 7 शिशुओं की जान चली गई. मामला सामने आने के बाद अस्पताल के 22 लोगों पर केस दर्ज किया गया है जबकि इसके संचालक फरार हैं.

  • 2/7

राजगढ़ में अप्रशिक्षित, नौसिखिए डॉक्टर और दसवीं फेल कर्मचारियों की वजह से इस फर्जी नर्सिंग होम में कई माताओं को अपने बच्चे से हाथ धोना पड़ा है. जानकारी के मुताबिक इस नर्सिंग होम का संचालन विनोद शर्मा, साहिल उद्दीन और तनवीर वारसी के नाम के शख्स के द्वारा किया जा रहा था. इन लोगों में विनोद शर्मा और साहिल उद्दीन डॉक्टर के तौर पर कार्य कर रहे थे.

  • 3/7

इस फर्जी नर्सिंग होम का खुलासा तब हुआ जब कलेक्टर कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी अजय नकवाल अपनी पत्नी की डिलीवरी के लिए इस नर्सिंग होम में आए थे और डिलिवरी के दौरान बच्चे की मौत हो गई. अस्पताल की लापरवाही की वजह से  शिशु की मौत हो गई थी. इसके बाद अजय नकवाल ने प्रशासन से इसकी शिकायत की.

Advertisement
  • 4/7

उनकी शिकायत पर एसडीएम पल्लवी वैद्य जांच करने के लिए पहुंची तो पूरा मामला खुल गया. जांच में सामने आया कि इस फर्जी नर्सिंग होम में बिना किसी मापदंड और लाइसेंस के चल रहा था. अस्पताल में नौसिखिए डॉक्टर और अप्रशिक्षित नर्स डिलीवरी करवाती थीं जिस वजह से 7 शिशुओं की वहां मौत हो चुकी थी. हैरानी की बात ये है कि इस फर्जी नर्सिंग होम में सरकारी ऑक्सीजन सिलेंडर भी पाया गया. 

  • 5/7

राजगढ़ पुलिस ने एसडीएम पल्लवी वैद्य के प्रशासनिक जांच प्रतिवेदन के आधार पर नर्सिंग होम के तीनों डायरेक्टर सहित वहां कार्यरत कुल 22 लोगों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया है. सभी आरोपी फिलहाल फरार हैं जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है.

  • 6/7

घटना के बाद हरकत में आई पुलिस ने आरोपी तनवीर वारसी के ब्यावरा स्थित बालाजी नर्सिंग होम पर भी कार्रवाई की जहां कई अनियमितताएं पाई गईं. बिना लाइसेंस के संचालित दोनों नर्सिंग होम को सील कर दिया गया है.

Advertisement
  • 7/7

इतना ही नहीं नर्सिंग होम में फार्मेसी चलाने वाले शख्स के पास भी कोई लाइसेंस नहीं था और वो महज दसवीं पास है. वहां जितनी भी नर्सें थी किसी के पास मेडिकल से जुड़ी कोई डिग्री नहीं थी. नर्सिंग होम के दोनों कथित डॉक्टरों के पास भी एमबीबीएस की डिग्री नहीं है. जानकारी के मुताबिक बीते 15 से 20 दिनों में ही 7 बच्चों की मौत हुई है.

Advertisement
Advertisement