कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह राजस्थान पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन गया है. पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच फरार हुआ ये अपराधी फेसबुक के जरिए लगातार पुलिस महकमे को चुनौती देते हुए अपराध को अंजाम दे रहा है. किसी भी वारदात के अंजाम देने से पहले ये सोशल मीडिया में उसका ऐलान करके खुलेआम चुनौती देता है. हाल ही में इसने एक बार फिर फेसबुक पर स्टेटस अपटेड करके 10 दिनों के अंदर एक और वारदात को अंजाम देने का बात कही है. 5 लाख रुपये के इस इनामी बदमाश को पकड़ने के लिए कई IPS अधिकारी और 20 हजार से अधिक जवान लगे हुए है, लेकिन अभी भी वो इनके गिरफ्त से बाहर है.
मोस्ट वांटेड गैंगस्टर आंनदपाल सिंह कोई भी अपराध करने से पहले उस अपराध का विवरण अपने फेसबुक प्रोफाइल पर डालता है और फिर उसके बाद घटना को अंजाम देता है. आनंदपाल जब-जब पुलिस को खुलेआम धमकी देता है, कोई ना कोई पुलिसवाला उसका निशाना बनता है. 20 जुलाई को उसने 'कमिंग सून धमाका' नाम से पोस्ट डाली और इस पोस्ट के ठीक दो दिन बाद यानी 22 जुलाई को एके-47 से पुलिस अधिकारी लादू राम पर फायरिंग कर जान से मारने की कोशिश की. इस बार आनंदपाल का फेसबुक पेज फिर अपडेट हुआ है, लिखा है - '10 दिन बाद फिर आतंक मचेगा.' इस बार वह किसे निशाना बनाएगा, ये केवल वही जानता है.
सूबे के दमदार IPS को मिली जिम्मेदारी
इस केस के संदर्भ में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा, 'हमारी पुलिस इस पर काम कर रही है. मैं जानता हूं कहां काम हो रहा है. हमने आनंदपाल सिंह के घर से बड़ी संख्या में कागजात बरामद किए हैं. इसमें करोड़ों की बेनामी संपत्ति अलग-अलग नामों से मिली है. इसकी जांच की जा रही है. उसके सारे पंख हमने कुतर दिए हैं. अब वो भागकर कहां जाएगा. राजस्थान के सबसे दमादार आईपीएस दिनेश एनएम को अब आनंदपाल को पकड़ने की जिम्मेदारी दी गई है.' वहीं, डीजीपी मनोज भट्ट ने कहा, 'हमारी स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम इस केस पर काम कर रही है. मैं खूद पूरी जानकारी ले रहा हूं. फेसबुक अकाउंट की भी जांच की जा रही है.
100 करोड़ से ज्यादा संपत्ति का मालिक
पुलिस ने जब आनंदपाल के घर पर दबिश दी तो पता चला कि ये गैंगस्टर 100 करोड़ की संपत्ति का मालिक है. पुलिस ने उसके घर से करीब 100 करोड़ के बेनामी संपत्ति के कागजात जब्त किए हैं, जिन्हें उसने जबरन लोगों से ले रखा था. उसके घर से लैपटॉप और कंप्यूटर बरामद हुए हैं. इसमें उसके करोड़ों की संपत्तियों का राज छुपा है. जांच में सामने आया है कि कोई निर्मल भारतीया नाम की महिला आनंदपाल के जमीनों की खरीद-बिक्री करती है. पुलिस अब उन सभी लोगों के जमीन के कागज उन्हें लौटाएगी, जिनसे आनंदपाल ने जबरन ले रखी है. सरकार बाकी की बेनामी संपत्तियों की कुर्की करने की तैयारी में भी है.
पुलिस को दी जा रही है स्पेशल ट्रेनिंग
पुलिसवालों के हथियार से कहीं तेज गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की एके-47 आग उगलती है. पुलिस की जीपों से कहीं तेज फर्राटा उसकी फॉर्च्यूनर भरती है. वह हर बार पुलिस भारी-भरकम फौज को चकमा दे जाता है. आनंदपाल को पकड़ने के लिए नागौर की पुलिस लाइन में पुलिसवाले एके-47 से टारगेट पर निशाना साध रहे हैं. इसकी ट्रेनिंग देने के लिए खास तौर से ट्रेनर आए हैं. खास तौर से क्विक रिसपॉन्स टीम बनाई गई है. पुलिस कहती है कि इस बार तैयारी ऐसी है कि आनंदपाल मिल जाए तो बच कर नहीं निकल पाएगा. आनंदपाल सिंह की कमर तोड़ने के लिए पुलिस अब तक इसके गैंग के 60 से ज्यादा गुर्गों को धर दबोचा है
आनंदपाल की महबूबा भी है गैंगस्टर
एक तरफ मां और दूसरी ओर महबूबा की यह गुहार इमोशनल आनंदपाल को तोड़ सकती है. पुलिस को यही उम्मीद है. हालांकि पुलिस जानती है कि आनंदपाल की महबूबा अनुराधा चौधरी आनंदपाल के हर गुनाह में शरीक रही है. अंग्रेजी स्कूल में पढ़ी. एमबीए कर चुकी. कई भाषाएं धारा प्रवाह बोलने वाली लेडी डॉन अनुराधा चौधरी ही उसके फरार होने के बाद से उसका गैंग ऑपरेट कर रही थी. एक कारोबारी के अपहरण के दौरान नाकेबंदी में वह पकड़ी गई. फिलहाल जयपुर की सेंट्रल जेल में बंद है. वही उसकी तमाम वारदातों की प्लानिंग तैयार करती थी. इतना ही नहीं शातिर दिमाग अनुराधा कानूनी दाव-पेंच में भी बखूबी माहिर है. वह उसको 28 अपराधिक मामलों में से 9 में बरी भी करवा चुकी है.
मुकेश कुमार / शरत कुमार