37 अरब का ऑनलाइन स्कैम: फर्जी कंपनी बनाकर ट्रांसफर किए गए इंवेस्टर के पैसे!

37 अरब के ऑनलाइन स्कैम का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है. पांच एजेंसियों ने महाठगी के इस मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है, जिनमें इनकम टैक्स और प्रवर्तन निदेशालय जैसे महकमे भी शामिल हैं.

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ऑनलाइन स्कैम का किंग पिन अनुभव मित्तल ऑनलाइन स्कैम का किंग पिन अनुभव मित्तल

मुकेश कुमार / तनसीम हैदर / चिराग गोठी / शिवेंद्र श्रीवास्तव

  • नई दिल्ली,
  • 06 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 7:21 PM IST

37 अरब के ऑनलाइन स्कैम का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है. पांच एजेंसियों ने महाठगी के इस मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है, जिनमें इनकम टैक्स और प्रवर्तन निदेशालय जैसे महकमे भी शामिल हैं. यूपी एसटीएफ को अनुभव मित्तल की कंपनी के करीब 10 अकाउंट की डिटेल्स मिली हैं. इनकी जांच से पता चला है कि कंपनी में पहुंचे इन्वेस्टर के पैसे को कुछ दूसरी कंपनी में ट्रांसफर किया गया है. पुलिस को शक है कि ये कंपनियां फेक हैं.

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पुलिस के मुताबिक, अनुभव मित्तल की कंपनी में करीब 9 लाख लोगों ने पिछले एक साल में पैसा लगाया, जिसमें फेक आईडी पर इन्वेस्टर दिखाया गया है. ताकि पैसों को इन अकाउंट पर ट्रांसफर किया जा सके. पुलिस को लगातार ठगी के शिकार लोगों की शिकायतें मिल रही हैं. करीब 5500 से अधिक शिकायत मिल चुकी हैं. शक है कि पूरे घोटाले में बैंकों की मिलीभगत भी हो सकती है. पुलिस अब बैंक अधिकारियों से भी जल्द पूछताछ करने वाली है.

आरोपियों से पूछताछ करना चाहती है ईडी
उधर, इस मामले का खुलासा बेशक यूपी एसटीएफ ने किया, लेकिन अब ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग, एसआईटी और हैदराबाद साइबर सेल ने भी इस महाठगी के मामले में परतें उधेड़नी शुरू कर दी हैं. इसी बीच एसटीएफ ने किंग पिन अनुभव मित्तल को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी शुरू कर दी है. ईडी ने कोर्ट से कहा है कि वो सभी आरोपियों से पूछताछ करना चाहती है, इसलिए उन्हें ईडी की हिरासत में दिया जाए.

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ऑनलाइन कमाई के झांसे में आए लोग
बताते चलें कि यूपी एसटीएफ ने पिछले दिनों इस मामले का खुलासा तब किया था, जब घर बैठे ऑन लाइन कमाई के झांसे में आए कुछ लोगों ने पुलिस से शिकायत की थी. उन्होंने बताया था कि नोएडा के सेक्टर-63 में मौजूद एक कंपनी एब्लेज़ इन्फ़ो सॉल्यूशन ने उन्हें पांच हज़ार से लेकर साठ हज़ार तक रुपये इनवेस्ट करने की बात कही थी. इसके बदले में उन्हें दिए गए कुछ कंप्यूटर लिंक पर लाइक्स बटोरना था. ऐसे हर लाइक पर उन्हें पांच रुपये मिलना तय था.

लाइक्स के नाम पर अरबों का घोटाला
लोगों का कहना था कि रुपये निवेश करने और लाइक्स बटोरने के बावजूद रुपये नहीं मिले. इसके बाद जब एसटीएफ़ ने मामले की शुरुआती जांच की, तो शिकायत सही नज़र आई. फिर तो जैसे-जैसे तफ्तीश आगे बढ़ी राज़ खुलते गए. पुलिस को पता चला कि अनुभव मित्तल और उसके साथियों ने मिलकर लोगों को रुपये हड़प लिए. इसके बाद पुलिस ने एक साथ उसके कई ठिकानों पर छापेमारी की. कई दस्तावेज़ और 500 करोड़ रुपए सीज किए.

आयकर विभाग ने सीज किए 14 खाते
फिलहाल आयकर विभाग ने इस कंपनी के 14 खाते सीज़ किए हैं. इनमें एक साल में 4 हज़ार करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है. आयकर और ईडी ने गाज़ियाबाद और कानपुर में छापेमारी की है. गाज़ियाबाद में आरोपी का घर है, जबकि कानपुर में ससुराल है. कंपनी के सारे कंप्यूटर और हार्ड डिस्क पुलिस के कब्ज़े में हैं. पुलिस को शक है कि इस महाठगी में कुछ बैंक अफ़सरों की भी मिलीभगत है. इस मामले का किंगपिन अनुभव मित्तल फिलहाल जेल में है.

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