मेरी बेटी को छुआ तो कत्ल कर दूंगी...कहकर एक मां ने उठाया खौफनाक कदम!

कुछ रोज पहले कानपुर के एक सपा नेता मनीष तिवारी की लाश एक सुनसान जगह से मिली थी. लेकिन तब किसी ने भी नहीं सोचा था कि उसके कत्ल के पीछे इतनी चौंकानेवाली वजह होगी. अब जब कातिल के चेहरे से नकाब हटा है, तो रिश्तों की पेंच और ब्लैकमेलिंग की ऐसी कहानी सामने आई है कि सुन कर खुद पुलिस भी हैरान है. पुलिस की मानें तो मनीष एक ऐसी लड़की को उसके पर्सनल वीडियो के जरिए ब्लैकमेल कर रहा था, जिसे कभी वो खुद अपनी बहन कहा करता था.

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कत्ल के पीछे चौंकानेवाली वजह कत्ल के पीछे चौंकानेवाली वजह

मुकेश कुमार

  • कानपुर,
  • 09 जून 2016,
  • अपडेटेड 8:54 PM IST

कुछ रोज पहले कानपुर के एक सपा नेता मनीष तिवारी की लाश एक सुनसान जगह से मिली थी. लेकिन तब किसी ने भी नहीं सोचा था कि उसके कत्ल के पीछे इतनी चौंकानेवाली वजह होगी. अब जब कातिल के चेहरे से नकाब हटा है, तो रिश्तों की पेंच और ब्लैकमेलिंग की ऐसी कहानी सामने आई है कि सुन कर खुद पुलिस भी हैरान है. पुलिस की मानें तो मनीष एक ऐसी लड़की को उसके पर्सनल वीडियो के जरिए ब्लैकमेल कर रहा था, जिसे कभी वो खुद अपनी बहन कहा करता था.


जानकारी के मुताबिक, मनीष तिवारी कानपुर में सपा की छात्र सभा का नगर सचिव था. उसके कई रसूखदार लोगों से भी रिश्ते थे. लेकिन इसी रिश्ते की चकाचौंध में उसका दिमाग कुछ ऐसा घूमा कि वो एक परिवार को बर्बाद करने में लग गया. मनीष की प्रॉपर्टी डीलर संदीप सिंह की बीवी विनीता से मुलाकात एक समर फेयर के दौरान हुई थी. उसका विनीता के घर आना-जाना शुरू हो गया था. वह विनीता को दीदी कहा करता था. लेकिन भाई-बहन का पाक रिश्ता एक रोज कलंकित हो गया.

विनीता ने बताया कि मनीष ने चोरी से उसके और उसके पति के कुछ निजी वीडियो और कॉल रिकॉर्डिंग हासिल कर लिए. उनके जरिए पति-पत्नी को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. पहले तो मनीष ने संदीप और विनीता से पांच लाख रुपए वसूले और फिर एक के बाद एक और भी नाजायज मांगें रखने लगा. लेकिन दो जून की रात तो हद ही हो गई. मनीष इस रोज फिर से इस प्रॉपर्टी डीलर के घर पहुंचा. उन्हें ब्लैकमेल करने लगा. बात बिगड़ गई और कहासुनी शुरू हो गई. बात बढ़ती गई.

इसी कहासुनी के बीच मनीष ने विनीता और संदीप की चार साल की मासूम बेटी के लिए वो बात कह गया, जो एक मां से बर्दाश्त नहीं हुई और उसने अपने पति के साथ मिल कर मनीष को कपड़ा धोनेवाले थपकी और सिल-बट्टे से मार कर मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद पति-पत्नी ने मिल कर मनीष की लाश चकेरी इलाके की एक सुनसान जगह पर फेंक दी. लेकिन मृतक के फोन कॉल की डिटेल और लोकेशन के जरिए पुलिस को मामला सुलझाने में ज्यादा देर नहीं लगी.

वैसे जानकार बताते हैं कि नेतागिरी के बहाने मनीष ने अपने रिश्ते कई ताकतवर लोगों से बना लिए थे. इनमें कानपुर के चर्चित एसएसपी यशस्वी यादव, यौन उत्पीड़ के आरोपों से घिरे थानेदार उदय यादव, विधायक इरफान सोलंकी जैसे लोग शामिल थे. वह अक्सर अपने फेसबुक प्रोफाइल पर ऐसे लोगों के साथ तस्वीरें लगा कर वो दूसरों पर रौब गांठा करता था. लेकिन इसी रौब गांठने और ब्लैकमेलिंग के चक्कर में वो ऐसा फंसा की उसकी जान ही चली गई. आरोपी पति-पत्नी पुलिस गिरफ्त में हैं.

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