Female Serial Killer Poonam Case: वो शायद देश की पहली ऐसी महिला सीरियल किलर होगी जो बच्चियों को सिर्फ इसलिए मार देती थी, क्योंकि उसे उनकी सुंदरता पसंद नहीं थी. क्योंकि इसे सुंदर बच्चियां अच्छी नहीं लगती थीं. वो शायद देश की पहली ऐसी सीरियल किलर है, जिसने सभी बच्चों को पानी में डुबो कर मारा. वो शायद इकलौती ऐसी मां है, जिसने अपने तीन साल के बेटे को सिर्फ इसलिए मार डाला ताकि उसके हाथों हुए या होने वाले कत्ल को लेकर उस पर कोई शक ना करे. यकीनन वो लेडी सीरियल किलर या साइको किलर है, जिसने सिर्फ अपने परिवार के ही बच्चों के क़त्ल किए. जिनमें उसका खुद का बेटा भी शामिल है. यानी तीन बच्चियों और एक बच्चे का क़त्ल यानी कुल चार कत्ल.
वो पुलिस कस्टडी में चुनरी से चेहरा छुपा रही थी. फिर बिना चुनरी उसका चेहरा दिखने लगा. उसने पॉलिटिकल साइंस में एमए और फिर बीएड़ की पढ़ाई की. यानी वो बेहद पढ़ी-लिखी है. नाम है पूनम. हरियाणा के सोनीपत की रहने वाली पूनम की कहानी वहशीपन, दिमाग़ी फितूर या सनक की कहानी है. जिसका क्लाइमेक्स शुरू होता है, एक दिसंबर को. पूनम और उसका पूरा परिवार रिश्ते में मामा के घर शादी में आए हुए थे. एक दिसंबर की देपहर घर से बारात जा रही थी. घर की सभी महिलाएं खुशी-खुशी गीत गाते बाराती बन बारात में रवाना हो चुकी थीं. सिवाए पूनम के.
बच्ची के गायब हो जाने पर हंगामा
क्योंकि मामा के घर आने के बाद अचानक पूनम की नजर छह साल की विधि पर पड़ी चुकी थीं. विधि की सुदंरता देखते ही उसके अंदर का हैवान जाग उठा. सुंदरता से नफ़रत जो थी पूनम को. बारात वाली विधि पर पूनम की नज़र पड़ते ही अब अचानक विधि गायब हो चुकी थी. छह साल की छोटी बच्ची थी लिहाज़ा थोड़ी ही देर में शोर मच गया कि विधि नहीं मिल रही है. अब घर के लोगों ने विधि को ढूंढना शुरू कर दिया. तभी कुछ लोग घर के एक कमरे में पहुंचे. कुंडी बाहर से लगी थी. अंदर गए तो देखा कि विधि पानी के एक टब में मुर्दा पड़ी है.
गीले पाए गए थे पूनम के कपड़े
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो पानी का टब देख कर पहली नज़र में समझ आ गया था कि इतने छोटे से टब में छह साल की विधि खुद से डूब कर नहीं मर सकती. फिर जिस कमरे में टब था, उसका दरवाजा बाहर से बंद किया गया था. इन दो चीजों ने पुलिस को यकीन दिला दिया कि मामला हादसे का नहीं बल्कि कत्ल का है. अब पुलिस ने जब घर में मौजूद महिलाओं से पूछताछ शुरू की तो पता चला कि वारदात के वक्त पूनम के कपड़े गीले थे. घर की महिलाओं ने उससे पूछा भी था कि कपड़े गीले कैसे हैं?
ऐसे पकड़ी गई पूनम
पुलिस तफ्तीश शुरू कर चुकी थी. फिर पूछताछ में ही पुलिस को पता चला कि उसने बारात में जाने से मना कर दिया था. सीसीटीव कैमरे में भी कई बार आते-जाते उसी जगह दिखई दे रही थी. ऊपर से कपड़े गीले होने की बात. अब पुलिस ने पूनम से पूछताछ करने का फैसला किया. अब पुलिस ने पूनम से पूछताछ शुरू की. पुलिस को भी लगा कि चलो विधि के कत्ल की गुत्थी इतनी जल्दी सुलझ गई. मगर जैसे ही विधि को पानी में डुबो कर मारने की बात परिवार वालों को पता चली अचनाक पिछले दो सालों में ठीक विधि की तरह पूनम के परिवार के अंदर तीन और बच्चों की हुई मौत सबी के दिमाग़ में घूम गई.
साइको सीरियल किलर निकली पूनम
इस सवाल के साथ कि क्या उन बच्चों को भी पूनम ने ही मारा था. ये बात तब तक पुलिस के कानों में भी पहुंची. अब पुलिस ने पूनम से फिर से पूछताछ की. इसके बाद तो जो खुलासा हुआ उसे सुन कर खुद पुलिस को भी यकीन करना पडा कि पूनम कोई और नहीं एक साइको सीरियल किलर है. एक ऐसी सीरियल किलर जिसने अपने तीन साल के बेटे तक को नहीं बख्शा. जब पुलिस ने चार मासूम बच्चों के क़त्ल की वजह पूनम से पूछी तो उसने अपने चेहरे पर बिना कोई शिकन लाए सीधे कहा उसे सुंदर बच्चियों से नफ़रत है. बस इसीलिए वो उन्हें मार देती थी.
पसंद नहीं थी बच्चियों की सुंदरता
सोनीपत की रहने वाली पूनम की पानीपत के नीरज से 2019 में शादी हुई थी. शादी के बाद उसने ससुराल में रहते हुए ही बीएड की पढ़ाई की. इस दौरान 2020 में उसे एक बेटा हुआ- शुभम. तब तक सब कुछ ठीक था. पूनम अपने मायके और ससुराल में खुद को सबसे खूबसूरत मानती थी. पढ़ी-लिखी भी थी वो. मगर जब शुभम पैदा हुआ और तीन साल का हुआ तब कुछ रिश्तेदार ये कहने लगे कि शुभम मां जैसा सुंदर नहीं है. पूनम के सामने परिवार की कई बच्चियों की सुंदरत की भी तारीफ होती थी. दूसरों की बच्चियों की तारीफ धीरे-धीरे पूनम को बुरी लगने लगी.
बेटे की भी मार डाला
उन्हीं में से एक बच्ची उसकी अपनी ननद की नौ साल की बेटी इशिका थी. साल 2023 में इशिका पूनम के घर आई. पूनम को इशिका की सुंदरता से जलन होने लगी थी. लिहाजा, उसने पहला कत्ल इशिका का ही करने का फैसला किया. एक दिन जब घर में सिर्फ पूनम इशिका और पूनम का तीन साल का बेटा शुभम मौजूद था, तभी पूनम ने इशिका की घर के अंदर पानी की हौदी यानी टंकी में डुबो दिया. डूबने से इशिका की मौत हो गई. इत्तेफाक से इशिका को डुबोते हुए शुभम ने दिख लिया. पूनम डर गई कि शुभम किसी को बता ना दे. लिहाजा, उसने इशिका के बाद खुद अपने तीन साल के बेटे शुभम को भी पानी की उसी टंकी में डुबो कर मार दिया.
मायके में भाई की बेटी को देखा
पूनम को लगा कि शुभम की मौत की वजह से कोई भी उस पर शक नहीं करेगा और सब ही समझेंगे कि दोनों बच्चे खेलते हुए टंकी में गिर गए. और सच में ऐसा ही हुआ. चूंकि खुद पूनम के बेटे की भी मौत हुई थी इसलिए किसी ने इशिका और शुभम की मौत पर शक ही नहीं किया. इसके बाद पूरे दो साल तक पूनम खमोश रही. इस दौरान उसने दूसरे बेटे को जन्म दिया. इसी साल अगस्त में पूनम अपने मायके आई हुई थी. मायके आने पर उसने अपने चचेरे भाई की छह साल की बेटी जिया को देखा. जिया भी दिखने में सुंदर थी. जिया को देखते ही पूनम को फिर लगा कि वो सुंदर क्यों है.
पूनम ने ऐसे किया तीसरा कत्ल
बस इसी गुस्से में अब उसने तीसरा कत्ल करने का फैसला किया. एक दिन घर में जब कोई नहीं था, तब पूनम ने जिया को भी पानी की हौदी में डाल कर उसे मार डाला. फिर घर वालों को यही लगा कि जिया खेलते हए पानी की टंकी में जा गिरी. जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. इस बार भी किसी ने उस पर शक नहीं किया. जिया के कत्ल के कुछ वक्त बाद पूनम ससुराल लौट आई थी. तभी 30 नवंबर और एक दिसंबर को पूनम के पति के मामा के दो बेटे और बेटी की शादी तय हो गई. पूनम पति के साथ मामा के घर शादी में शामिल होने के लिए पहुंच गई.
खौफनाक फैसला
30 नवंबर को बेटी की शादी हो चुकी थी. अब एक दिसंबर को बारात जानी थी. मगर शादी में जब पूनम घर आई तो उसकी नज़र छह साल की विधि पर पड़ी। विधि को सबी रिश्तेदार बहुत कर रहे थे. दिखने में वो भी सुंदर थी. बस पूनम को विधि की यही सुंदरता फिर से गुस्सा दिला गई. उसने तय कर लिया कि वो विधि को बी मार डालेगी.
दो गलतियों ने पकड़वाया
एक दिसंबर को तबीयत ठीक ना होने का बहाना कर पूनम बारात में नहीं गई. विधि भी घर पर थी. इसके बाद मौका मिलते ही वो विधि को स्टोर रूम में ले गई. वहां पानी का छोटा सा टब था. उसने विधि का सिर पकड़ कर उसे टब में तब तक डुबो कर रखा जब तक कि विधि की मौत नहीं हो गई. पर इस वजह से पूनम के कपड़े गीले हो गए थे. फिर स्टोर रूम से बाहर निकलते वक्त उसने स्टोर रूम का दरवाज भी बाहर से बंद कर दिया. और यही दो गलती इस बार उसे खुद ले डूबी.
पानी में डुबोकर इसलिए मारती थी पूनम
बाद में जब पुलिस ने पूनम से पूछा कि उसने हर बच्चे को पानी में ही डुबो कर क्यों मारा? तब पूनम ने बताया कि पानी में डुबो कर मारने से उसे आसानी से ये पता चल जाता था कि बच्ची मर चुकी है. उसकी सांसों से वो उसकी मौत का अंदाज़ा लगा लेती थी. दूसरा इससे किसी को शक भी नहीं होता था. पुलिस ने जब उससे ये जानना चाहा कि उसने सिर्फ अपने ही परिवार के बच्चों को कयों मारा? तब पूनम का जवाब था कि परिवार की हर सुंदर बच्ची से उसे नफ़रत थी. इसीलिए वो उसे मार देती थी. यानी अगर पूनम ना पकड़ी जाती तो क्या पता परिवार की और कितनी ही सुंदर बच्चियां उसकी शिकार हो जातीं.
(रोहतक से सुरेंद्र सिंह और सोनीपत से पवन राठी के साथ पानीपत से प्रदीप रेढू का इनपुट)
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