अब आम लोगों से भी आर्थिक मदद लेगा WHO, फंड जुटाने के लिए नए फाउंडेशन का ऐलान

अमेरिका के दबावों के बाद WHO के पास अब फंडिंग की कमी होती दिखाई दे रही है, यही कारण है कि संगठन की ओर से फंडिंग जुटाने के अलग-अलग तरीके अपनाए जा रहे हैं.

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WHO के डायरेक्टर टेड्रोस WHO के डायरेक्टर टेड्रोस

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 मई 2020,
  • अपडेटेड 8:24 AM IST

  • फंड जुटाने में जुटा विश्व स्वास्थ्य संगठन
  • नए फाउंडेशन का किया गया ऐलान

कोरोना वायरस के खिलाफ पूरी दुनिया में लड़ाई लड़ी जा रही है. इसकी स्थिति को संभालने में विफल रहने के आरोप झेल रहा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को एक नए फाउंडेशन का ऐलान किया है. इस फाउंडेशन के तहत किसी महामारी से निपटने के लिए फंडिंग इकट्ठी की जाएगी, जिसमें ना सिर्फ बड़े देशों बल्कि आम लोगों से भी मदद ली जाएगी.

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WHO के डायरेक्टर टेड्रोस ने बुधवार को इसकी घोषणा की, ये एक स्वतंत्र संगठन होगा. जिसमें मौजूदा तरीकों से अलग हटकर फंडिंग को जुटाया जाएगा.

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अभी WHO को हर सदस्य देश अपनी ओर से सहायता राशि देता है, उसी के आधार पर दुनियाभर में आने वाले मुश्किलों को लेकर WHO किसी तरह की मदद करता है. बीते दिनों अमेरिका ने WHO को दी जाने वाली सहायता राशि पर रोक लगा दी थी, अमेरिकी राष्ट्रपति ने WHO पर कोरोना वायरस को पहचानने में फेल होने का आरोप लगाया था और चीन का साथ देने को लेकर आलोचना की थी.

इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति ने WHO डायरेक्टर को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने 30 दिन के भीतर संगठन में बड़े बदलाव करने को कहा है. अन्यथा अमेरिका अपनी राशि को हमेशा के लिए बंद कर देगा और संगठन से अलग होने पर विचार कर सकता है.

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गौरतलब है कि बीते दिनों ही WHO की ओर से बयान दिया गया था कि उसका मौजूदा बजट 2.3 बिलियन डॉलर है, जो वैश्विक संस्था के हिसाब से काफी कम है. इसके अलावा अमेरिका की फंडिंग रुक गई है, इसलिए हमें अधिक फंडिंग की जरूरत है.

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अमेरिका के दबाव के बाद कई अन्य देशों ने भी WHO में बदलाव की अपील की है, साथ ही चीन के खिलाफ एक्शन की मांग की है. आरोप है कि WHO को कोरोना वायरस के बारे में दिसंबर में पता था, लेकिन उसने दुनिया को आगाह नहीं किया था.

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