भारत सरकार ने गर्भवती महिलाओं को भी कोविड 19 से बचाव के लिए टीकाकरण कराने की अधिसूचना जारी की है. अब गर्भवती महिलाओं को भी वैक्सीन दिया जा सकेगा. जिसको लेकर बिहार के रक्सौल के स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन एवं बाल विकास परियोजना कायार्लय के संयुक्त सहयोग से आर्य समाज मंदिर परिसर में लगभग 40 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया.
टीकाकरण के पहले पारंपरिक रीति रिवाज से इन महिलाओं की गोदभराई की गई. जहां उपस्थित महिलाओं ने गोदभराई में गाए जाने वाले पारंपरिक गीत गाये और गोदभराई में महिलाओं को पारंपरिक रीति रिवाज के अनुसार दिए जाने वाली चूड़ी, बिंदी, सिंदूर, नारियल, फल, चुनरी के साथ कोविड 19 बचाव के लिए मास्क सैनिटाइजर, साबुन एवं तौलिया भी दिया गया.
इस संबंध में रक्सौल अनुमंडल अधिकारी आरती कुमार ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को जागरूक करते हुए शत प्रतिशत टीकाकरण करना हमारा उद्देश्य है. वहीं इस कार्यक्रम को मॉनिटर कर रहे डॉक्टर मुराद आलम ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को लेकर डर एव संशय बना हुआ था. जो अब रिसर्च में दूर हो गया है. यह टीका गर्भवती महिलाओं के लिए पूर्णरूपेण सुरक्षित है. इसलिए अब हर गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करना चाहिए. जिससे कि शत प्रतिशत टीकाकरण संभव हो पाए.
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रक्सौल में विगत 72 घंटो से रुक रुक कर हो रही वर्षा के बीच भी गर्भवती महिलाओं ने टीकाकरण करवाया. हालांकि बारिश की वजह से महिलाएं, लक्ष्य से कम पहुंची. आरती कुमारी ने गोदभराई का समान देते हुए महिलाओं एवं उनके बच्चे के स्वस्थ जीवन का आशीर्वाद दिया.
बुधवार को हुए इस आयोजन में स्वास्थ्य विभाग के रक्सौल प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह, सीडीपीओ रीमा कुमारी, अवर निबंधक अधिकारी संतोष कुमार सिंह, स्वास्थ्य प्रबंधक आशीष कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर, आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका, सहित स्थानीय प्रशसान के अधिकारी भी मौजूद रहे.
गणेश शंकर की रिपोर्ट
aajtak.in