नेवी चीफ बोले- उम्रदराज और बीमार सैनिकों की न हो समुद्री यूनिट में तैनाती

कोरोना के बढ़ते संकट के बीच नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह ने नौसेना के जवानों से कहा जिनकी उम्र 50 वर्ष से ज्यादा है या वे आंशिक तौर पर बीमार है, उन्हें कम खतरे वाली जगहों पर तैनात किया जाए. समुद्री यूनिट से उन्हें दूर रखा जाए.

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नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह (फोटो- विक्रम शर्मा, इंडिया टु़डे) नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह (फोटो- विक्रम शर्मा, इंडिया टु़डे)

अभि‍षेक भल्ला

  • नई दिल्ली,
  • 11 जून 2020,
  • अपडेटेड 1:42 PM IST

  • 50 से ज्यादा उम्र के लोगों की सुरक्षित जगहों पर हो तैनाती
  • अनलॉक में मौजूदा चुनौतियों को सैनिक न करें नजरअंदाज
देश में कोरोना वायरस संकट बढ़ता जा रहा है. कोविड-19 महामारी ने नौसेना के जवानों को भी अपनी चपेट में लिया है. नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह ने नौसेना के जवानों को ड्यूटी के संबंध में कुछ सुझाव और संदेश दिया है.

नेवी चीफ ने कहा है कि जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक है या जो किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें अपेक्षाकृत हल्के कामों की जिम्मेदारी दी जाए. ऐसे जवानों को समुद्री यूनिट में न भेजा जाए. अनलॉक के दौरान संतुष्ट नहीं हुआ जा सकता है.

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अनलॉक पर उन्होंने कहा कि अनलॉक का यह मतलब नहीं है कि हम मौजूदा चुनौतियों को नजरअंदाज कर दें. हमें सामूहिक तौर पर संस्थागत मेहनत लगातार करनी होगी.

जावनों को दिए गए संदेश में उन्होंने कहा कि अनलॉक के दौरान भी मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करना और अच्छी आदतों को जारी रखना बेहद जरूरी है. नौसेना ने मॉरीशस, सेशेल्स जैसे देशों की मदद की है, फिलीपींस की नौसेना की मदद की है.

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नेवी चीफ ने ऑपरेशन संकल्प का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान भी अदन की खाड़ी में भी ऑपरेशन संकल्प के तहत भारतीय सेना की जहाजें एंटी पायरेसी मिशन के लिए तैनात रहीं. यह शिपिंग समुदाय को सुरक्षित रखने के लिए किया जा रहा है.

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एडमिरल ने क्रू का शुक्रिया अदा किया जो समुद्री मिशन पर गए थे. क्रू मेंबर्स से उन्होंने 14 दिनों तक परिवार से दूर रहने को कहा है. एडमिरल ने कहा है कि लोग इस महामारी के दौर में ड्यूटी से ज्यादा वक्त तक टिक कर काम कर रहे हैं.

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