केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि अक्टूबर के महीने में देश को कोरोना वैक्सीन की 30 करोड़ डोज मिलने वाली है. इसके अलावा साल की अंतिम तिमाही में देश को कुल 100 करोड़ कोरोना वैक्सीन डोज मिलने वाले हैं. बता दें कि भारत की युवा आबादी को पूर्ण रुप से वैक्सीनेट करने के लिए लगभग 190-200 करोड़ वैक्सीन डोज की जरूरत होगी.
इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दुनिया की वैक्सीन जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि भारत इस साल की आखिरी तिमाही में वैक्सीन मैत्री प्रोग्राम के तहत कोरोना वैक्सीन का निर्यात करना शुरू कर देगा. हालांकि उन्होंने कहा कि भारत की पहली प्राथमिकता देश के नागरिकों को पूर्ण टीकाकरण है.
11 दिन में दिए गए 10 करोड़ टीके
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में अबतक 81 करोड़ आबादी को कोरोना वैक्सीन का कम से कम एक डोज लग चुका है. उन्होंने कहा कि पिछले 11 दिनों में देश में 10 करोड़ लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए. इस दौरान चार दिन एक करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन डोज लगाए गए.
वसुधैव कुटुंबकम की चर्चा
केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि भारत वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत में विश्वास करता है और इसी परंपरा का पालन करते हुए भारत दुनिया के दूसरे देशों को कोरोना वैक्सीन का निर्यात करने जा रहा है. कोरोना वैक्सीन की लॉन्चिंग के समय भी भारत ने दुनिया के दूसरे देशों को कोरोना वैक्सीन का निर्यात किया था.
भारत का वैक्सीन अंकगणित
स्वास्थ मंत्रालय ने देश में टीकाकरण प्रगति की विस्तृत जानकारी दी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत का टीकाकरण दुनिया के लिए प्रेरणा है. उन्होंने कहा कि 6 सितंबर, 31 अगस्त और 24 अगस्त को देश में 1 करोड़ से ज्यादा लोगों वैक्सीन दी गई. पीएम मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर पर 2.5 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी गई.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत को 10 करोड़ का आंकड़ा पहुंचने में 85 दिन लगे, इसके बाद 45 और दिनों के बाद ये आंकड़ा 20 करोड़ पहुंच गया. फिर 29 और दिन के बाद ये आंकड़ा 30 करोड़ पहुंच गया.
फिर 24 दिन के बाद ये आंकड़ा 40 करोड़ पहुंच गया. अगले 20 दिन में देश में वैक्सीननेशन का आंकड़ा 50 करोड़ पहुंच गया.
50 से 60 करोड़ का वैक्सीनेशन डोज पहुंचने में 19 दिन लगे. इसके बाद मात्र 13 दिनों में वैक्सीनेशन डोज 60 से 70 करोड़ हो गया. 7 सितंबर को देश में 70 करोड़ लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लग चुकी थी. इसके बाद 11 दिनों में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 80 करोड़ हो गया.
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