असमानता, सामाजिक बंटवारे और चुनौतियों का स्तर भारत की सबसे बड़ी रुकावट: राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को रघुराम राजन के साथ चर्चा की. इस दौरान कोरोना वायरस से निपटने और अर्थव्यवस्था को दोबारा खड़े करने को लेकर दोनों ने बात की.

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी (फोटो: PTI) कांग्रेस नेता राहुल गांधी (फोटो: PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 30 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 10:05 AM IST

  • अर्थव्यवस्था पर राहुल गांधी-रघुराम राजन का संवाद
  • भारत में असमानता काफी बड़ी चुनौती: राहुल गांधी

कोरोना वायरस महामारी का संकट दुनियाभर पर छा रहा है जिसकी वजह से भारत की अर्थव्यवस्था थम गई है. इस अर्थव्यवस्था को किस तरह खोला जाए, इसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के साथ चर्चा की. यहां राहुल गांधी ने कहा कि आज भारत में जिस तरह से असामनता है और सामाजिक बंटवारा है वो एक बड़ी चुनौती है.

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रघुराम राजन के साथ चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय समाज की व्यवस्था अमेरिकी समाज से काफी अलग है, ऐसे में सामाजिक बदलाव जरूरी है. हर राज्य का अलग तरीका है, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश को एक नजरिए से नहीं देख सकते हैं.

कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत में हमेशा सत्ता कंट्रोल करना चाहती है, जो काफी लंबे वक्त से जारी है. राहुल बोले कि आज जिस तरह की असमानता है, वह काफी चिंता वाला विषय है. भारत और अमेरिका में इस तरह का अंतर है, क्योंकि इसे ही खत्म करना काफी जरूरी हो जाता है.

राहुल से बोले रघुराम राजन- गरीबों की मदद जरूरी, सरकार के खर्च होंगे 65 हजार करोड़

गौरतलब है कि कोरोना वायरस महासंकट के बीच कांग्रेस की ओर से एक मुहिम की शुरुआत की गई है. जिसमें राहुल गांधी दुनियाभर के एक्सपर्ट्स से बात करेंगे. इसी मुहिम के तहत पहली कड़ी में राहुल गांधी ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से बात की.

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यहां राहुल गांधी के साथ चर्चा में रघुराम राजन ने कई ऐसे सुझाव दिए जिनको लेकर अर्थव्यवस्था को लेकर काम किया जा सकता है. रघुराम राजन ने कहा कि आज जरूरत है कि देश के गरीबों को ताकत दी जाए, अगर सरकार पैसा देना चाहती है तो सरकार को करीब 60 हजार करोड़ रुपये खर्च करने होंगे.

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