लॉकडाउन में खाने को नहीं मिला दाना, भूख से यहां 1 हजार कबूतरों की मौत

अफगानिस्तान की नीली मस्जिद में भूख के कारण 1 हजार से ज्यादा कबूतरों की मौत हो गई. मजार-ए-शरीफ की प्रसिद्ध नीली मस्जिद में ये सफेद कबूतर पाले गए थे. लॉकडाउन के कारण इन्हें दाना नहीं मिल पाया. जिसकी वजह से इनकी मौत हो गई.

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अफगानिस्तान की नीली मस्जिद में भूख से कबूतरों की मौत (Getty File Image) अफगानिस्तान की नीली मस्जिद में भूख से कबूतरों की मौत (Getty File Image)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 10 जून 2020,
  • अपडेटेड 3:37 PM IST

  • 1 हजार से अधिक कबूतरों की मौत
  • लॉकडाउन के कारण नहीं मिला दाना

कोविड 19 महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रखा है. क्या आम, क्या खास इस खतरनाक वायरस से बच पाना हर किसी के लिए मुश्किल होता जा रहा है. इस बीमारी से बचने के लिए लोगों ने अपने आपको घरों में कैद कर रखा है. लॉकडाउन का असर जानवर, पशु-पक्षियों पर दिखा है. अफगानिस्तान में भूख के कारण 1 हजार से ज्यादा कबूतरों ने दम तोड़ दिया है.

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आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी

ऑफगानिस्तान मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये कबूतर मजार-ए-शरीफ की प्रसिद्ध नीली मस्जिद में पाले गए थे. कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से यह मस्जिद पिछले लंबे समय से बंद है. इसलिए इन कबूतरों को दाना नहीं मिल पाया और इनकी मौत हो गई. अब मस्जिद प्रशासन और सरकार एक दूसरे के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं.

मस्जिद प्रशासन ने सरकार पर लगाया आरोप

इतनी बड़ी तादाद में इन कबूतरों की मौत के बाद से हर कोई सकते में है. आनन-फानन में स्वास्थ्यकर्मियों की सहायता से कबूतरों के शवों को मस्जिद परिसर से हटाया गया. ये सफेद कबूतर मस्जिद परिसर में ही रहते थे और इनके दाना-पानी की जिम्मेदारी भी मस्जिद प्रशासन की ही थी. कोरोना वायरस से पहले पहले बड़ी तादात में लोग यहां आते थे. जिसकी वजह से इन्हें खाने-पीने की कोई दिक्कत नहीं होती थी. लेकिन लॉकडाउन की वजह से यहां लोगों का आना पूरी तरह से बंद हो चुका है.

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भूख से कबूतरों की मौत

इतनी बड़ी संख्या में भूखे-प्यासे कबूतरों की मौत से हर कोई स्तब्ध है. अब लोगों ने बजुबान पक्षियों का पेट भरने का भार उठाया है.

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