उत्तर प्रदेश के आगरा में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. संक्रमितों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए योगी सरकार ने एक और अधिकारी को हटा दिया है. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य जीके अनेजा का तबादला कर दिया गया है. अब संजय काला को कार्यवाहक प्राचार्य बनाया गया है. दरअसल, प्राचार्य जीके अनेजा का डॉक्टरों के साथ विवाद हुआ था.
इस बीच आगरा सेंट्रल जेल के 10 कैदियों में कोरोना की पुष्टि हुई है. कोरोना जांच पॉजिटिव आने के बाद स्थानीय प्रशासन और जेल प्रशासन को इस बात पर यकीन नहीं हो रहा है की सेंट्रल जेल के कैदी भी कोरोना ग्रसित हो सकते हैं और इसी शक के मद्देनजर इन सभी कैदियों कि दोबारा कोरोना की जांच कराई जा रही है.
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पहले 12 कैदियों में कोरोना की पुष्टि हुई थी, लेकिन रिसैम्पलिंग में 10 कैदी पॉजिटिव निकले हैं. बीते दिनों एक संक्रमित कैदी की मौत के बाद प्रशासन ने 12 कैदियों की कोरोना जांच कराई थी. पहले 12 कैदियों की रिजल्ट पॉजिटिव आई, दोबारा जांच में 10 कैदी कोरोना संक्रमित मिले हैं. अब आगरा में कोरोना मरीजों की संख्या 777 हो गई है.
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सेंट्रल जेल में 5 मई को एक कैदी कोरोना पॉजिटिव मिला था. इसका खुलासा मरीज की दूसरी बीमारी के इलाज के लिए कराए गए कोरोना टेस्ट के दौरान हुआ था. इस पर जेल प्रशासन को बहुत आश्चर्य हुआ था. जेल प्रशासन ने यह भी कहा था कि मार्च के महीने से कैदियों की मुलाकातें बंद हैं. बाहर के किसी आदमी से संपर्क नहीं है ऐसे में कोरोना कैदी को कैसे हो सकता है?
शिवेंद्र श्रीवास्तव