कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. इस दौरान पूरे देश में खाद्य सामानों की सप्लाई चेन प्रभावित हुई है. अरुणाचल प्रदेश के कुछ लोगों ने इस चुनौती का सामना करने के लिए अलग ही तरीका अपना लिया है.
इस पहाड़ी राज्य में कुछ लोगों ने फूड सप्लाई बाधित होने पर जीवित रहने के लिए जंगली जानवरों का शिकार करना शुरू कर दिया है. लॉकडाउन के दौरान लोगों ने न सिर्फ जानवरों को बल्कि कोबरा जैसे सांप को भी नहीं छोड़ा.
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अरुणाचल प्रदेश के नाहरलागुन क्षेत्र के एक गांव के लोगों ने लगभग 10 फुट लंबे किंग कोबरा को मार दिया.
इसको लेकर ग्रामीणों ने कहा कि जब वो भोजन की तलाश में जंगलों में गए तो उन्हें एक कोबरा सांप दिखा. चूंकि उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है, इसलिए उसे ही मारकर खा गए.
कोबरा मारने वाले ग्रामीणों ने कहा, “हमारे पास खाने के लिए कुछ नहीं है, कोई चावल नहीं, कोई सब्ज़ी नहीं. इसलिए हम इस सांप को अब खाएंगे.
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अरुणाचल प्रदेश में लगभग 90 फीसदी लोग विभिन्न जानवरों के मांस का सेवन करते हैं, जो राज्य का मुख्य आहार भी है.
राज्य के डिप्टी चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन उमेश कुमार का इस बारे में कहना है कि कोबरा के शिकार की खबर मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. जांच करने पर इस घटना की पुष्टि हुई. जब आरोपी को पकड़ने की कोशिश की गई तो वो गांव वालों की आड़ लेकर फरार हो गया.
मालूम हो कि कोबरा सांप दुर्लभ प्रजाति के सांपों में आता है. इसके शिकार करने वाले को 5 साल तक की जेल और 25 हजार रुपये तक का जुर्माना भी हो सकता है.
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू का इस मामले में कहना है कि जंगली जानवरों का शिकार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वन विभाग के अधिकारियों को आगे की कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं.
मनोज्ञा लोइवाल