देश में कोरोना के प्रति दिन मामलों का आंकड़ा खतरनाक रफ्तार के साथ दो लाख के आंकड़े को पार कर चुका है. हर रोज एक हजार से अधिक मौत सामने आ रही हैं. ऐसे में ही कई राज्यों से वैक्सीन की कमीं पड़ जाने की खबरें आ रही हैं. इसी बीच भारत सरकार ने रूस की स्पूतनिक वी कोरोना वैक्सीन को अप्रूवल दे दिया है. जिसके बाद रूस की इस वैक्सीन का भारत आने का रास्ता खुल गया है. जिस पर सबकी नजरें टिकी हुईं हैं कि ये वैक्सीन कब तक भारत आ जाएगी.
भारत के राजदूत बाला वेंकटेश (Bala Venkatesh Varma) ने एक बड़ा बयान दिया है. बाला वेंकटेश वर्मा ने कहा है कि 'रूसी स्पूतनिक वी कोरोना वैक्सीन की पहली खेप इसी महीने यानी अप्रैल में ही भारत पहुंच जाएगी.'
भारत में रूस के उप राजदूत रोमन बाबुश्किन (Roman Babushkin) ने कहा है कि भारत द्वारा स्पूतनिक वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की अनुमति दिए जाने से दोनों देशों के बीच की स्पेशल पार्टनरशिप में नए आयाम खुलेंगे.
आपको बता दें कि इससे पहले रूस ने भारत समेत दुनिया के जरूरतमंद देशों को वैक्सीन उत्पादन के लिए मुफ्त में टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करने का ऑफर भी दिया है. स्पूतनिक वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग का नेतृत्व कर रही 'रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड(RDIF) एजेंसी ने कहा है कि भारत 60वां देश बन चुका है जिसने स्पूतनिक वी कोरोना वैक्सीन के उपयोग की अनुमति दी है.
'RDIF' के सीईओ ने कहा है कि ''भारत में स्पूतनिक वी की 850 मिलियन वैक्सीन डोज प्रतिवर्ष बनने जा रही हैं जो दुनिया के करीब 425 मिलियन लोगों के टीकाकरण के लिए पर्याप्त है.
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