सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं. भारत में ही 24 घंटे में 7 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं. कोरोना के मामलों में उछाल के लिए ओमिक्रॉन के दो सब-वैरिएंट्स BA.4 और BA.5 को जिम्मेदार माना जा रहा है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पिछले महीने ही कहा था कि ये दोनों सब-वैरिएंट्स कोरोना की नई लहर ला सकते हैं. इन्हीं दोनों सब-वैरिएंट्स की वजह से अप्रैल में दक्षिण अफ्रीका में कोरोना की पांचवीं लहर आई थी. कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट भले ही ज्यादा गंभीर नहीं हो, लेकिन ये लगातार म्यूटेट हो रहा है, जिस कारण इसके कई सारे सब-वैरिएंट्स सामने आ रहे हैं.
ओमिक्रॉन और उसके सब-वैरिएंट्स इसलिए भी खतरा बढ़ाते हैं कि इनके खिलाफ मौजूदा वैक्सीन भी ज्यादा असरदार नहीं है. वैक्सीन की दोनों डोज और बूस्टर डोज लगी होने के बाद भी लोग ओमिक्रॉन की वजह से संक्रमित हो रहे हैं. इसी बीच अमेरिकी फार्मा कंपनी मॉडर्ना (Moderna) ने दावा किया है कि उसने ऐसी वैक्सीन बना ली है, जो ओमिक्रॉन और उसके सब-वैरिएंट्स पर असरदार है.
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मॉडर्ना ने बुधवार को एक बयान जारी कर दावा किया कि कोरोनावायरस की एक नई अपडेटेड वैक्सीन बनाई गई है, जो ओमिक्रॉन के खिलाफ असरदार है. कंपनी ने ये भी कहा कि अभी जो वैक्सीन उपलब्ध हैं, वो कोरोना के मूल स्ट्रेन पर असरदार हैं और ओमिक्रॉन के खिलाफ भी काफी हद तक असरदार हैं, जिस कारण गंभीर बीमारी नहीं हो रही है. लेकिन अब जो मॉडर्ना ने वैक्सीन बनाने का दावा किया है कि वो ओमिक्रॉन और उसके सारे म्यूटेट वर्जन पर असरदार है.
कंपनी ने बताया कि 800 से ज्यादा लोगों पर इस वैक्सीन का ट्रायल किया गया था. इन लोगों को ये वैक्सीन चौथी डोज के तौर पर दी गई थी. कंपनी का दावा है कि ट्रायल में शामिल लोगों में ओमिक्रॉन के खिलाफ 8 गुना ज्यादा इम्युनिटी देखी गई.
कंपनी ने बताया कि कोरोना के मूल स्ट्रेन के साथ-साथ ओमिक्रॉन को भी टारगेट करने वाली इस वैक्सीन का डेटा अगले कुछ हफ्तों में रेगुलेटर्स के पास सबमिट किया जाएगा. कंपनी ने ये भी कहा कि इस साल गर्मी के बाद इस वैक्सीन को बाजार में उतारा जा सकता है.
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कंपनी के मुताबिक, इस वैक्सीन को बूस्टर डोज के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा. अमेरिका की वंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में इन्फेक्शियस डिसीज एक्सपर्ट डॉ. विलियम शैफनर ने न्यूज एजेंसी को बताया कि अभी जो वैक्सीन का डेटा सामने आया है वो सकारात्मक और भरोसेमंद है. उन्होंने उम्मीद जताई कि फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) इस वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दे देगा.
मॉडर्ना के चीफ एक्जीक्यूटिव स्टीफन बेंसेल ने न्यूज एजेंसी से कहा कि कंपनी इस वैक्सीन की मैनुफैक्चरिंग बढ़ा रही है, ताकि अगस्त तक इसे बाजार में उतारा जा सके.
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