वैक्सीनेशन के नए फेज में बढ़ी रफ्तार, एक अप्रैल को लगी 36 लाख से अधिक कोरोना की डोज़

गुरुवार यानी एक अप्रैल को देश में वैक्सीनेशन का नया चरण शुरू हुआ है. अब 45 साल से अधिक उम्र वाले हर व्यक्ति को कोरोना का टीका लग पाएगा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, एक अप्रैल को देश में कोरोना वैक्सीन की कुल 36 लाख डोज़ दी गई हैं.

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वैक्सीनेशन के लिए लगने लगी हैं कतारें (फोटो: PTI) वैक्सीनेशन के लिए लगने लगी हैं कतारें (फोटो: PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 9:32 AM IST
  • देश में कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार में तेजी
  • एक अप्रैल से 45+ उम्र वाले लोगों को लगा टीका

देश में कोरोना वायरस का संकट एक बार फिर से गहरा रहा है. ऐसे में अब हर किसी की उम्मीदें वैक्सीन से ही हैं. गुरुवार यानी एक अप्रैल को देश में वैक्सीनेशन का नया चरण शुरू हुआ है. अब 45 साल से अधिक उम्र वाले हर व्यक्ति को कोरोना का टीका लग पाएगा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, एक अप्रैल को देश में कोरोना वैक्सीन की कुल 36 लाख डोज़ दी गई हैं. इसमें पहले और दूसरे डोज की वैक्सीन लेने वाले लोगों की संख्या शामिल है. 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार सुबह जानकारी दी कि एक अप्रैल को कुल 36,71,242 कोरोना की डोज़ दी गई हैं. इसी के साथ देश में अबतक कोरोना की कुल 6.87 करोड़ डोज़ दी जा चुकी हैं.

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एक दिन में 36 लाख डोज़ अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इसमें पहले दौर की वैक्सीन और दूसरे दौर की वैक्सीन लेने वाले लोगों की कुल संख्या शामिल है.

दायरा बढ़ने के बाद बढ़ी रफ्तार
आपको बता दें कि अभी तक स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना वॉरियर्स, 60 साल से अधिक उम्र वाले लोगों या गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को ही वैक्सीन लग रही थी. लेकिन एक अप्रैल से ये दायरा काफी बढ़ गया है और अब 45 साल से अधिक उम्र वाले हर व्यक्ति को टीका लग रहा है. 

ये आयुवर्ग इसलिए भी काफी अहम हो जाता है, क्योंकि देश में अबतक कोरोना वायरस के कारण जितनी भी मौतें हुई हैं उनमें से अधिकतर मौतें 45 साल से अधिक उम्र वाले लोगों की ही हुई हैं. ऐसे में अब लक्ष्य है कि जल्द से जल्द इस आयुवर्ग को कोरोना का टीका लगा दिया जाए.

बता दें कि होली के आसपास से ही देश में कोरोना वायरस के मामलों की रफ्तार बेकाबू हो चली है. पहले एक दिन में जहां औसतन 15 हजार केस आ रहे थे, अब फिर एक बार ये संख्या 80 हजार तक पहुंच गई है. गुरुवार को देश में 80 हजार के करीब केस दर्ज किए गए हैं. साथ ही 450 से अधिक मौतें दर्ज की गई हैं.

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