कोरोना: आईआईटी बॉम्बे ने बनाया पोर्टेबल यूवी सैन‍िटाइजर, जानें- खासियत

देशभर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सैनिटाइजर की मांग सबसे ज्यादा बढ़ी है. इसी मांग को देखते हुए आईआईटी बॉम्बे की एक टीम ने यूवी पोर्टेबल सैनिटाइजर बनाया है. जानें- क्या है खासियत.

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Portable UV sanitizer Portable UV sanitizer

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 30 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 6:13 PM IST

  • IIT बॉम्बे ने पोर्टेबल UV सैनिटाइजर तैयार किया
  • प्रोटोटाइप स्टेनलेस स्टील का उपयोग करके बनाया गया
  • कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सैनिटाइजर की मांग बढ़ी

देशभर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सैनिटाइजर की मांग सबसे ज्यादा बढ़ी है. IIT बॉम्बे ने पोर्टेबल UV सैनिटाइजर तैयार किया है. ये सैनिटाइजर आप पर्स या जेब में भी आसानी रख सकते हैं. इस छोटे पोर्टेबल सैनिटाइजर की मदद से आप आसानी से अपने हाथों को कहीं भी स्टर्लाइज कर सकते हैं. ये यूवी विध‍ि से बनाया गया है.

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ये पोर्टेबल यूवी सैनिटाइज़र आईआईटी बॉम्बे के अंबरीश कुंवर, प्रो कुमारसन और प्रो पुरबा जोशी द्वारा बनाया गया है. ये प्रोटोटाइप स्टेनलेस स्टील और एल्यूमीनियम जाल का उपयोग करके बनाया गया था और फिर इसका परीक्षण किया गया था. इसे बनाने में पूरी टीम को लगभग 4 घंटे लगे.

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उनके पास वर्तमान में 2 प्रोटोटाइप हैं और इसे जितना संभव हो उतने ज्यादा स्केल में बनाना चाहते हैं. बता दें कि देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कई राज्यों के जिलों में लॉकडाउन का ऐलान भी किया जा चुका है. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय ने कई निजी लैब में कोरोना जांच की गाइडलाइंस जारी की गई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सैनिटाइजर, मास्क के दाम तय किए गए हैं. इसके साथ ही निजी लैब में कोरोना जांच की गाइडलाइंस जारी की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस के लिए किट निर्माताओं का परीक्षण तेजी से किया गया है. इसमें 2 को स्वीकृति दी गई है. एफडीए सीईई अनुमोदन एक जनादेश नहीं है. परीक्षण शुरू करने के लिए आईसीएमआर एनआईवी अनुमोदन लैब के लिए पर्याप्त है.

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