रामपुर के जॉइंट मजिस्ट्रेट गौरव कुमार ने जमातियों पर आरोप लगाया है कि ये लोग नॉन वेज और बिरयानी मांग रहे हैं. गौरव ने यह भी कहा कि लॉक डाउन में इस तरह की डिमांड करना अपराध है. हालांकि, जमातियों ने इन आरोपों को झूठा बताया है. (प्रतीकात्मक फोटो)
क्वारनटीन किए गए तबलीग जमात के लोगों का कहना है कि अधिकारी झूठे आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि वे जो दाल रोटी खाते हैं, वह भी उनके घर से आती है. (प्रतीकात्मक फोटो)
जमातियों का यह भी आरोप है कि उन्हें पानी भी खरीदकर पीना पड़ता है.
समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र टांडा के प्रभारी डॉ राम जी लाल ने कहा कि
क्वारनटीन किए गए 6 लोग मरकज में गए थे, जबकि अन्य लोग उत्तर प्रदेश में
ही थे.
जॉइंट मजिस्ट्रेट गौरव कुमार ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि टांडा सीएचसी में क्वारनटीन किए गए लोग खाने में चिकन बिरयानी और नॉन वेज जैसी चीजों की डिमांड कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस वक्त पूरे देश में लॉक डाउन है और इस वक्त जो जरूरी चीज है वह मुहैया कराई जा रही है. ऐसे वक्त में इस तरह की डिमांड करना अपने आपमें अपराध है.
तबलीग जमात से जुड़े मोहम्मद अरशद को
भी यहां क्वारनटीन किया गया है. अरशद ने कहा कि हमें यहां कुछ भी नहीं मिल
रहा है. खाना भी हमारे घर से आ रहा है. हम सिर्फ दाल-रोटी खा रहे हैं.
अरशद
ने कहा कि दाल-रोटी हमारे घर से ही आती है. यहां तक कि पानी भी हमें
मंगाकर पीना पड़ रहा है. हमने किसी भी तरह की बिरयानी की डिमांड किसी से
नहीं की है. ये आरोप झूठे हैं. (प्रतीकात्मक फोटो)