बिहार के मजदूरों ने आधे से ज्यादा लॉकडाउन तो रास्ते पर पैदल चलकर गुजार दिया. ये प्रवासी मजदूर अपने घर वापस जाने के लिए दिल्ली से 13 दिन में पैदल चलकर दरभंगा पहुंचे तो वे अपने गांव न जा सके. पुलिस ने उन्हें 14 दिन के लिए राहत कैंप में आइसोलेशन के लिए भेज दिया.
बिहार के दरभंगा में बुधवार रात दिल्ली और गोरखपुर के 11 मजदूर पैदल चलकर दरभंगा पहुंचे. 13 दिनों तक पैदल चलने के बाद ये मजदूर दरभंगा पहुंचे लेकिन जैसे ही गश्त में लगी पुलिस को यह पता लगा तो उसने सभी मजदूरों को रोक लिया.
पुलिस ने सभी का पहले खाने-पीने का इंतजाम किया फिर सभी का मेडिकल कराकर राहत कैंप में भेज दिया गया जहां ये सभी 14 दिनों तक आइसोलेशन में रहने के बाद ही अपने घर जाएंगे.
इनमें से कुछ मजदूर दिल्ली से आए जबकि कुछ गोरखपुर से चलकर दरभंगा पहुंचे थे. कुछ मजदूरों को दरभंगा के बहेड़ी तो कुछ को दरभंगा के विरौल गांव में जाना है.
मौके पर मौजूद दरभंगा नगर थाने के पुलिस अधिकारी ने बताया कि जैसे ही उन्हें बाहर से मजदूरों के आने की सूचना मिली, वे तुरंत भागे-भागे वहां पहुंचे और सभी को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया.
दरभंगा के जिलाधिकारी त्याग राजन ने बताया कि प्रवासी मजदूरों का आना जारी है. सभी पर प्रशासन की नजर है. उन्होंने बाहर से आने वाले सभी लोगों को खुद आगे निकल कर अपने जांच कराने की अपील भी की. साथ ही लोगों को भरोसा भी दिलाया कि आइसोलेशन और राहत कैम्प में प्रशासन ने अच्छे इंतजाम किये हैं.