कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए देश में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया गया है. लॉकडाउन के बीच दिल्ली से पैदल घर जा रहे एक युवक की रास्ते में ही मौत हो गई है. रणवीर सखवार मध्य प्रदेश के मुरैना के रहने वाले थे. वह दिल्ली के एक होटल में डिलिवरी पहुंचाने का काम करते थे. दलित युवक रणवीर की मौत पैदल चलने के दौरान हार्टअटैक से हो गई. (फोटो में रणवीर की पत्नी और बच्चे)
दिल्ली से करीब 200 KM चलने के बाद शनिवार को रणवीर आगरा पहुंचे थे. आगरा के थाना सिकंदरा क्षेत्र में रणवीर के सीने में दर्द होने लगा. बाद में उनकी मौत हो गई. (फोटो में रणवीर का छोटा भाई)
रणवीर मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के अम्बाह तहसील के बडफरा गांव के रहने वाले थे. वह अपने परिवार के आधा दर्जन लोगों के जीवन यापन का अकेला जरिया थे.
लॉकडाउन घोषित होने के बाद उन्हें होटल से छुट्टी दे दी गई थी. लॉकडाउन की वजह से कोई गाड़ी नहीं मिली तो रणवीर पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़े. कुछ लोग साथ में थे जो भीड़ में बिछड़ गए.
रणवीर अक्टूबर माह में परिजनों के रहने के लिए गांव में मकान बनवाकर दिल्ली लौटे थे. रणवीर ने पत्नी को इस बार घर आने की जानकारी दी थी. बहन पिंकी को भी सूचित किया था कि वह जल्दी ही घर आ जाएगा. (फाइल फोटो)
रणवीर की मौत के बाद एसडीएम अम्बाह से अनुमति लेकर परिजन आगरा पहुंचे. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से रणवीर के परिवार को 5 हजार रुपये की राशि अंतिम संस्कार हेतु दी गई है. नियम के अनुसार, शासन की ओर से दो लाख रुपये की सहायता शीघ्र ही दी जाएगी. (फाइल फोटो)