कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है. लॉकडाउन के बीच देश के कई हिस्सों से इसके उल्लंघन की की खबरें आती रहती हैं, हालांकि ऐसे भी मामले सामने आए हैं, जब शादी और अन्य कार्यक्रम होने के साथ-साथ लॉकडाउन का पालन भी किया जा रहा है. ऐसी ही एक अनोखी शादी हुई है, जिसमें बॉर्डर पर दूल्हा-दुल्हन एक साथ पवित्र बंधन में बंधे हैं.
दरअसल, यह मामला उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बॉर्डर का है, यहां लॉकडाउन
के कारण प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के मिलक से आई बारात को सीमा पर रोक
दिया. वर पक्ष के पास दूल्हे खेमकरन के साथ तीन लोग के जाने की
अनुमति थी, मगर लड़की पक्ष के लोगों ने शादी की परमिशन नहीं ली थी.
इसके
बाद जो हुआ वह बड़ा ही दिलचस्प था. कुछ लोगों ने तो मन बनाया कि सब लोग
वापस लौट चलें, शादी बाद में हो जाएगी, लेकिन शायद खेमकरण की शादी नियति ने
इसी दिन के लिए तय कर रखी थी.
जब
लड़की पक्ष को सूचना मिली कि बारात को बॉर्डर पर ही रोक लिया गया है तो वे
सभी वहां पहुंच गए. इसके बाद कुछ लोग स्थानीय कलक्ट्रेट के यहां भी पहुंचे. घंटों चक्कर लगाने के बाद भी कोई परमिशन नहीं मिली. तो लड़की
की मां ने निर्णय लिया कि बेटी की शादी बार्डर के करीब स्थित शिव शक्ति
मंदिर में की जाएगी.
इस पर सब लोग राजी हो गए और मंदिर की दीवारें
टूटी होने के बावजूद पीपल पेड़ के पत्तों का मंडप बनाकर खेमकरन ने अपनी
दुल्हन के साथ शादी के फेरे लिए. इस दौरान सभी ने मास्क भी पहन रखा था. यह
शादी आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बनी हुई है.