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कोरोना

लॉकडाउन: पलायन की ये तस्वीरें डरावनी भी हैं और दर्दनाक भी

aajtak.in
  • 29 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 1:58 PM IST
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पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन है. लॉकडाउन के बीच हजारों की संख्या में लोग और मजदूर शहरों से अपने घर की ओर लौट रहे हैं. मजदूरों का अपने-अपने घर के लिए पलायन एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है. दिल्ली-एनसीआर का हाल सबसे बुरा है, जहां मजदूर, रिक्शा चालक और फैक्ट्री कर्मचारी अपने-अपने गांव की ओर लौटने के लिए हजारों की तादाद में निकल पड़े हैं. 

(Pthotos: PTI)

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दरअसल, अनिश्चितताओं के बीच लॉकडाउन के चौथे दिन शनिवार को देशभर में मजदूर अपने घर, गांव की ओर पलायन करने लगे. इसके चलते दिल्ली जैसे शहर में जबरदस्त भीड़ उमड़ पड़ी. दिल्ली के आनंद विहार अंतरराज्यीय बस अड्डे पर शनिवार शाम पलायन करने वाले लोगों की भारी भीड़ लग गई, जहां बदइंतजामी देखने को मिली.

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दिल्ली-एनसीआर बॉर्डर पर लाइन में खड़े एक मजदूर ने 'आजतक' से कहा कि खाना नहीं है, काम नहीं है, मर जाएंगे यहां. सामने आने वाली तस्वीरें बताती हैं कि अजीब सी दहशत भर गई है इन दिलों में, अजीब सी तड़प उठी है घर पहुंच जाने की, जो जहां था, वहीं से निकल गया शहर से गांवों  की ओर.

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मजदूरों को कोरोना से संक्रमित हो जाने की कोई चिंता नहीं है. किसी दूसरे को संक्रमित कर देने का अंदेशा भी नहीं है. इन्हें घर जाना है और इसलिए बस में कैसे भी टिक जाने की बेताबी है.

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आऩंद बिहार बस बड्डे पर भी मजदूरों का रेला दिखा. जेबें खाली हैं, परिवार को पालने की चिंता ने चाल में रफ्तार ला दी है. जो मजदूर दिल्ली शहर को सुंदर बनाने के लिए अपना पसीना बहाता था, अट्टालिकाओं पर रस्सी के सहारे चढ़कर उन्हें सतरंगी बनाता था, जो मिलों में अपनी सांसों को धौंकनी बना देता था...वो मजदूर चल पड़ा है, सिर पर गठरी लादे, हाथ में बच्चा उठाए.

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ओखला मंडी में काम करने वाले मजदूरों को मालूम है कि दिल्ली से बहराइच की दूरी 600 किलोमीटर है. रास्ते बंद हैं. बसें बंद हैं. ट्रेन बंद हैं...फिर भी चल पड़े हैं पांव. ऐसे एक नहीं हजारों हजार मजदूर हैं. कोई पैदल पटना निकल पड़ा है, कोई कदमों से नाप लेना चाहता है समस्तीपुर की दूरी. कोई जाना चाहता है गोरखपुर, झांसी बहराइच, बलिया बलरामपुर.

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सिर्फ दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि देश के दूसरे छोटे बड़े शहरों से भी लोगों का पलायन यूं ही जारी है. चाहे वो कानपुर हो, सोनीपत हो या फिर सिरसा या आगरा, मालवा.

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लॉकडाउन के बीच पलायन की चुनौती से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने कई कदम उठाए हैं. लोग जहां तहां फंसे हैं जिनकी मदद में राज्य सरकारें उतरी हैं और उन्हें उनके गंतव्य तक भेजा जा रहा है.

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केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के दौरान प्रवासी कामगारों को राहत पहुंचाने के उपाय करने के लिए राज्‍य सरकारों को राज्‍य आपदा निधि का उपयोग करने के लिए भी अधिकृत कर दिया है. इसके अलावा कई निर्देश दिए हैं.

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गृह मंत्रालय ने राज्‍य सरकारों को राजमार्गों से गुजर रहे लोगों के लिए सीमा से सटे क्षेत्रों में राहत शिविर लगाने के साथ ही लॉकडाउन का आदेश जारी रहने तक इन लोगों का रा‍हत शिविरों में रहना सुनिश्चित करने और तंबू लगाने की भी सलाह दी है. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाए. 

(All Photos: PTI)

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