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कोरोना

चीन के वैज्ञानिक का बड़ा दावा- वुहान से पहले यूरोप में मिला था कोरोना

aajtak.in
  • 09 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 12:35 PM IST
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पूरी दुनिया को पता है कि कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से फैला. अब चीन के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने दावा किया है कि चीन से पहले यूरोप में मिला था कोरोना वायरस. यूरोपीय देशों के सीवेज में कोरोना वायरस का अंश मिला था. चीन के वैज्ञानिक का यह बयान ऐसे समय में आया है जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की टीम चीन में कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जगह खोजने जाने वाली है. (फोटोः गेटी)

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चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के अनुसार चीन के वरिष्ठ वैज्ञानिक और श्वास संबंधी बीमारियों के एक्सपर्ट डॉ. झॉन्ग नैनशैन ने कहा है कि चीन के वुहान से कोरोना वायरस फैलने से पहले इसके अंश यूरोपीय देशों में मिले थे. (फोटोः गेटी)

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डॉ. झॉन्ग ने कहा कि इटली, मिलान, तूरीन, पेरिस समेत कई यूरोपीय देशों के सीवेज में कोरोना वायरस मिला था. इसका मतलब ये है कि वहां पर ये वायरस पहले से मौजूद था. यह वायरस कई सालों से यूरोपीय देशों में है. ये बात अलग है कि कोरोना वायरस का सबसे गंभीर हमला सबसे पहले चीन के वुहान में हुआ. (फोटोः गेटी)

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डॉ. झॉन्ग ने कहा कि इस बात के बेहद पुख्ता सबूत मिले हैं कि यूरोपीय देशों में कोरोना वायरस पहले से मौजूद था. लेकिन इसे किसी ने ध्यान नहीं किया था. (फोटोः गेटी)

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इस बीच चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने भी कहा कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति का अध्ययन वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिकों द्वारा किया जाना चाहिए. इसमें सभी देशों को सहयोग करना चाहिए. हो सकता है कि इसकी उत्पत्ति की जगह कोई और हो लेकिन इसका संक्रमण चीन से फैला. (फोटोः गेटी)

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झाओ ने कहा कि चीन के बाद WHO की टीम कई अन्य देशों में जाकर कोरोना वायरस की उत्पत्ति की तलाश कर सकती है. क्योंकि, दिसंबर 2019 में मिलान और तूरीन के सीवरेज में कोरोना वायरस की मौजूदगी की जानकारी मिली थी. हालांकि, ये बात अलग है कि चीन सबसे पहले इस वायरस की चपेट में आया. (फोटोः गेटी)

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चीन में पहला कोरोना वायरस के केस 31 दिसंबर 2019 को रिपोर्ट किया गया. वहीं यूरोपीय देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण जनवरी 2020 के अंत में फैला. (फोटोः गेटी)

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वहीं, स्पेन के शोधकर्ताओं को मार्च 2019 में ही बार्सिलोना के वेस्ट वाटर, गटर और सीवरेज में कोरोना वायरस की मौजूदगी का पता चल गया था. लेकिन उस समय दुनिया के किसी भी कोने में कोरोना वायरस का एक भी केस नहीं था. (फोटोः गेटी)

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इतना ही नहीं, रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार शोधकर्ताओं को फ्रांस, नीदरलैंड्स और ऑस्ट्रेलिया के सीवरेज के सैंपल में भी कोरोना वायरस मिला था. (फोटोः गेटी)

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