कोरोना महामारी से जंग में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रयासों की काफी सराहना हो रही है. सीएम के परिवार से उनकी 82 साल की बहन ने भी भाई के प्रयासों को बल देने के लिए अपनी 2.11 लाख की जमा पूंजी सीएम रिलीफ फंड में दान कर दी है. आइए जानते हैं- सीएम गहलोत के परिवार में और कौन-कौन हैं.
सीएम की बहन विमला देवी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बहनोई संतोष सिंह कच्छवाह की 94वीं पुण्यतिथि पर कोविड- 19 फंड में 2 लाख 11 हजार रुपये का चेक दिया. यह चेक मुख्यमंत्री सहायता कोष में कोरोना पीड़ितों के इलाज के लिए जोधपुर जिला कलेक्टर के जरिए जाएगा.
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बहन विमला देवी अपने पुत्र जसवंत सिंह के साथ जोधपुर जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचीं जहां पर उन्होंने जोधपुर जिला कलेक्टर को दो लाख 11 हजार रुपए का चेक सौंपा. उनके भाई 67 साल के अशोक गहलोत दो बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जन्म 3 मई 1951 को जोधपुर में हुआ था. उनके पिता का नाम लक्ष्मण सिंह था. परिवार में अपनी बड़ी बहन विमला देवी के वो काफी करीब रहे हैं.
गहलोत की शादी 27 नवंबर 1977 को सुनीता गहलोत के साथ हुई थी. दोनों के एक बेटा वैभव और बेटी सोनिया गहलोत हैं. अब परिवार में उनकी बहू हिमांशी भी हैं.
बताते हैं कि अशोक गहलोत के पूर्वजों का पेशा जादूगरी था. गहलोत के पिता बाबू लक्ष्मण सिंह गहलोत जादूगर थे, खुद गहलोत ने भी अपने पिता से जादू सीखा था. यही नहीं कुछ वक्त वो इस पेशे में भी रहे.
स्टूडेंट लाइफ में उनकी रुचि पॉलिटिक्स में हो गई और 1973 से 1979 में वो कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के राजस्थान प्रेसिडेंट रहे. 1971 के काल में गहलोत ने पूर्वी बंगाल के रिफ्यूजी कैम्प में श्रमदान दिया था. उसी वक्त इंदिरा गांधी की नजर युवा गहलोत पर पड़ी थी और इसके बाद वो एनएसयूआई के अध्यक्ष बने थे.
बता दें कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ सोमवार को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ की थी. पीएम मोदी ने अशोक गहलोत द्वारा राज्य में कोरोना को लेकर उठाए गए कदमों की सराहना की थी.