कोरोना का कहर पूरी दुनिया में जारी है. यह खतरनाक वायरस दुनिया की सबसे बड़ा सुपरपॉवर कहे जाने वाले अमेरिका को बुरी तरह तबाह कर चुका है. कोरोना वायरस से किसी भी देश में हुई मौत के मामले में अमेरिका का नाम सबसे ऊपर है. अमेरिका के कई राज्यों में ऐसे तमाम इलाके हैं जो हॉटस्पॉट बने हुए हैं. ऐसे ही एक राज्य है साउथ डकोटा, जहां का एक इलाका सुअर के मांस के लिए विख्यात था, वो अब कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है.
(सांकेतिक तस्वीर)
दरअसल, बीबीसी की एक केस स्टडी के मुताबिक, साउथ डकोटा प्रांत की एक सुअर मांस की फैक्ट्री में कोरोना का संक्रमण हो गया. उसके बाद जो हुआ वह
बेहद आश्चर्यजनक है. यहां से कोरोना वायरस इस कदर फैला कि पूरा इलाका
हॉटस्पॉट हो गया और लगातार कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामले सामने आने लगे.
(सांकेतिक तस्वीर)
रिपोर्ट
के मुताबिक साउथ डाकोटा के एक इलाके स्थित सियोक्स फॉल्स में स्थित एक
विशालकाय बिल्डिंग पर यह सूअर मांस की फैक्ट्री स्थित है. यह अमेरिका की
नौवीं सबसे बड़ी फैक्ट्री है जो सुअर मांस से संबंधित खाद्य सामाग्री
प्रोसेस करती है. यहां हर दिन तकरीबन 20 हजार सुअर के मांस के टुकड़े काटे
जाते हैं. इस फैक्ट्री में करीब 3700 कर्मचारी काम करते हैं.
(सांकेतिक तस्वीर)
25
मार्च को इस फैक्ट्री में पहला मामला सामने आया जब यहां का एक कर्मचारी
कोरोना पॉजिटिव निकला. इसके बाद उसे 14 दिनों के लिए क्वारनटीन कर दिया
गया. फिर अगले तीन सप्ताह के अंदर इन फैक्ट्री के 230 से ज्यादा कर्मचारी
कोरोना संक्रमित पाए.
आखिरकार 15 अप्रैल को जब इस फैक्ट्री को बंद
किया गया तो यह इलाका अमेरिका के सबसे बड़े हॉटस्पॉट में से एक था. इस इलाके
में तब तक 644 मरीजों की पुष्टि हो चुकी थी. साउथ डाकोटा में कोरोना
संक्रमण के जितने भी मामले सामने आए थे उनमें से 55 प्रतिशत लोग इस फैक्ट्री के चलते संक्रमित हुए.
स्टडी में न्यूयार्क टाइम्स की एक
रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि इस फैक्ट्री के चलते संक्रमण के मामले
बहुत तेजी से बढ़े हैं. इतना ही नहीं इसमें काम करने वाले कर्मचारी
ज्यादातर अप्रवासी और शरणार्थी हैं जो इथोपिया, नेपाल, कांगो और अल
सल्वाडोर जैसे देशों से हैं.
कुल मिलाकर यह अकेला मामला नहीं है कि
कैसे अमेरिका कोरोना वायरस और वहां पाए जाने वाले ऐसे तमाम हॉटस्पॉट से
बुरी तरह घिर गया हो. बहुत से ऐसे मामले सामने आए हैं जहां अचानक तेजी से
मामले बढ़ते गए और बड़े-बड़े इलाके कोरोना के गिरफ्त में आते चले गए.