आईएमए के पूर्व प्रेसीडेंट व हार्ट केयर फाउंडेशन के प्रेसीडेंट डॉ केके अग्रवाल का कहना है कि नॉर्मल व्यक्ति में ऑक्सीजन के स्तर को मेंटेन करने के लिए खानपान और व्यायाम का रोल होता है. वहीं रोगी कुछ और टिप्स अपनाकर घर में ही इसे मेंटेन रख सकता है.
जैसा कि स्पष्ट है कि कोरोना से बचाव में सबसे ज्यादा हमारी मदद फेफड़े करते हैं. किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ कौसर उस्मान कहते हैं कि सामान्य जीवन में भी हमें अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है. इससे हम कोरोना के संक्रमण को बर्दाश्त कर सकते हैं.
डॉ कौसर बताते हैं कि फेफड़ों का अहम रोल हमारे खून में ऑक्सीजन पहुंचाना है. अगर हम व्यायाम और योग के जरिये इन्हें स्वस्थ रखते हैं तो खून में भी ऑक्सीजन का स्तर कम रहता है. अगर किसी कारण से आपके फेफड़े पहले से ही कमजोर हैं तो कोरोना से पहले आप फेफड़ों की सुरक्षा के लिए कारगर उपाय करें.
इसके लिए आपको खुद को ऑक्सीनेटेड रखना होगा. अगर कोरोना संक्रमण के दौरान आपके फेफड़ों में पहले से संक्रमण है और शरीर का ऑक्सीजन लेवल पहले से ही सामान्य से कम हो जाता है तो कोरोना के संक्रमण के साथ हालात और ज्यादा खराब हो जाते हैं.
डॉ अग्रवाल का कहना है कि सोने के तरीके में थोड़ा बदलाव करने भर से ऑक्सीजन की कमी होने पर वेंटिलेटर की जरूरत को काफी हद तक कम किया जा सकता है. वहीं शरीर में ऑक्सीजन के प्रवाह और प्रसार को बेहतर किया जा सकता है.
डॉ कौसर का कहना है कि भारत में कोरोना के मरीजों में सांस के संक्रमण के साथ डायरिया और सूंघने की शक्ति में कमी आने के लक्षण भी देखे जा रहे हैं. भारत में कोरोना का ट्रेंड दूसरे देशाें से अलग देखा जा रहा है.