कोरोना वायरस उन इलाकों और जंगलों में भी पहुंच गया है, जहां एक बार सामान्य इंसान भी जाने से कतराता था. ये खतरनाक और दुनिया का फेफड़ा कहे जाने वाला इलाका है अमेजन के जंगल. ब्राजील स्थित अमेजन के जंगलों में मौजूद जनजातियों के बीच भी कोरोना वायरस का संक्रमण फैल चुका है. इसकी वजह से सैकड़ों जनजातीय लोगों की मौत हो चुकी है. (फोटोः रॉयटर्स)
ब्राजील के अमेजन इलाके में इस समय कोरोना वायरस की वजह से 60 जनजातियों के आदिवासी संक्रमित हैं. अब तक यहां पर 980 केस आ चुके हैं. वहीं, 125 लोगों की मौत हो चुकी है. (फोटोः रॉयटर्स)
अमेजन के इलाकों पर निगरानी रखने वाले ब्राजील के अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र में मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी है. यहां संक्रमण तेजी से फैल सकता है. (फोटोः एएफपी)
अमेजन के जंगलों में कोरोना वायरस कोविड-19 से मौतों की दर 12.6 फीसदी है. जबकि, ब्राजील में कोरोना वायरस की वजह से मरने वालों का दर 6.4 फीसदी है. (फोटोः एपी)
ब्राजील में करीब 9 लाख जनजातीय लोग हैं. ये जंगलों से घिरे गांवों में रहते हैं. अमेजन में अप्रैल महीने में पहले जनजातीय व्यक्ति की मौत कोरोना वायरस से हुई थी. वह 15 साल का था. (फोटोः एपी)
अब ब्राजील की सरकार यह पता कर रही है कि इन जनजातियों के लोग अपने इलाके में किसी भी बाहरी व्यक्ति को आने नहीं देते. ऐसे में कोरोना वायरस का संक्रमण इन जंगलों में फैला कैसे? (फोटोः रॉयटर्स)
90 फीसदी जनजातीय समुदाय के गांवों से आईसीयू वाले अस्पताल कम से कम 320 किलोमीटर की दूरी पर हैं. जबकि, 10 फीसदी जनजातीय गांवों से ये 700 से 1100 किलोमीटर दूर हैं. (फोटोः एएफपी)
जब कोई बीमार होता है तो पहले नावों से फिर विमान से अस्पताल लेकर जाना पड़ता है. ब्राजील में अब तक 363,211 लोग कोरोना वायरस की वजह से संक्रमित हो चुके हैं. जबकि, 22,666 लोगों की मौत हो चुकी है. (फोटोः रॉयटर्स)