होम लोन में भारी पड़ सकता है कम EMI का मोह, 50 लाख के लोन का स्मार्ट रिपेमेंट बचा सकता है 36 लाख

Home Loan Rule: होम लोन का चुकाना आपके लिए मुसीबत बन सकता है, लेकिन अगर स्‍मार्ट तरीके से इसका पेमेंट करें तो यह आसानी से जल्‍द भुगतान हो सकता है और आपके लाखों रुपये भी बचत हो सकता है.

Advertisement
होम लोन भुगतान. (Photo: ITG) होम लोन भुगतान. (Photo: ITG)

आजतक बिजनेस डेस्क

  • नई दिल्‍ली,
  • 10 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 10:42 AM IST

अक्‍सर लोग Home Loan लेकर घर खरीद लेते हैं और इसे एक स्‍मार्ट मूव समझते हैं, लेकिन यह कोई स्‍मार्ट स्‍टेप नहीं, बल्कि एक बड़ा ट्रैप हो सकता है. आपको ज्‍यादा अमाउंट पेमेंट करने पड़ सकते हैं. एक सीए ने होम लोन को लेकर विस्‍तार से समझाया है कि कैसे आप अपने एक बड़े Home Loan पर 36 लाख रुपये की बचत कर सकते हैं. 

Advertisement

CA नितिन कौशिक के अनुसार, अगर कर्जदार अपने होम लोन की वास्‍तविक लागत को नहीं समझते हैं, तो यह राहत अस्‍थायी हो सकती है. सोशल मीडिया X पर एक कैलकुलेशन शेयर करते हुए कौशिक ने चेतावनी दी कि घर खरीदना एक इमोशनल पड़ाव भले ही हो, लेकिन होम लोन एक बड़ा फाइनेंशियल ट्रैप बन सकता है. 

कौशिक ने लिखा कि ज्‍यादातर लोग लोन की मंजूरी का जश्‍न मुफ्त के पैसों की तरह मनाते हैं. 30 साल के लिए 8.5% ब्याज दर पर 50 लाख रुपये का लोन यानी कुल 1.4 करोड़ रुपये की किश्त. यह लोन कोई सपना नहीं, बल्कि एक जिम्‍मेदारी है. 

अक्‍सर लोग करते हैं ये गलतियां

गलती 1: केवल EMI पर फोकस करना
20 साल के लिए 50 लाख रुपये के लोन की मंथली कॉस्‍ट लगभग 43,400 रुपये है और कुल ब्याज 54 लाख रुपये है. अवधि को 30 साल तक बढ़ाने पर EMI घटकर ₹38,600 रह जाती है, लेकिन कुल ब्याज 88 लाख रुपये हो जाता है. कौशिक ने बताया कि आप हर महीने 4,800 रुपये बचाते हैं, लेकिन बैंक को 34 लाख रुपये एक्‍स्‍ट्रा पेमेंट कर रहे हैं. 

Advertisement

गलती 2: फ्लोटिंग-रेट की अनदेखी करना
भले ही RBI ब्याज दरों में कटौती करता है, लेकिन कर्जदार हमेशा इसका तुरंत लाभ नहीं उठाते. कौशिक ने कर्जदारों को सलाह दी कि वे अपने RLLR-लिंक्ड (रेपो लिंक्ड डिंग रेट) कर्ज पर कड़ी नजर रखें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उन्हें नीतिगत बदलाव का लाभ मिल रहा है. 

गलती 3: EMI स्‍ट्रक्‍चर को गलत समझना
कई लोग मानते हैं कि EMI मूलधन और ब्याज में बराबर-बराबर बंट जाती है. लेकिन शुरुआती सालों में 70-80% भुगतान ब्याज में चला जाता है. मिसाल के तौर पर, 20 साल के लिए 8% ब्याज पर 45 लाख रुपये का लोन लेने पर पांच साल बाद 39 लाख रुपये का बकाया रह जाता है, जबकि EMI में 22.5 लाख रुपये चुकाने होते हैं.

गलती 4: EMI कम करने के लिए टेन्‍योर बढ़ाना
शॉर्ट टर्म में कैश फ्लो आसान हो सकता है. लेकिन लॉन्‍ग टर्म में ब्‍याज लागत में तेजी से ग्रोथ करती है. इसके बजाय कौशिक ने अवधि अनचेंज रखते हुए EMI को थोड़ा बढ़ाने की सलाह दी. 

कैसे बचाएं लाखों रुपये? 
सीए कौशिक घर के मालिकों से रिपेमेंट स्‍कीम्‍स से आगे बढ़कर खुद को नियंत्रित करने का आग्रह किया है. कौशिक ने होम लोन के बोझ को कम करने के लिए पांच आसान तरीके बताए हैं. 

Advertisement

हैक 1: हर साल एक एक्‍स्‍ट्रा EMI पेमेंट
इस छोटे से कदम से आप 11.5 लाख रुपये ब्याज बचा सकते हैं और 50 लाख रुपये का लोन पांच साल पहले ही चुका सकते हैं. 

हैक 2: स्टेप-अप रिपेमेंट
अपनी EMI में हर साल 5% की बढ़ोतरी करके, 25 साल का लोन 12 साल में चुकाया जा सकता है और 26 लाख रुपये की बचत हो सकती है. 10% की सालाना बढ़ोतरी से 10 साल में लोन चुकाया जा सकता है और 36 लाख रुपये से ज्‍यादा की बचत हो सकती है. कौशिक के मुताबिक, अपनी सैलरी में बढ़ोतरी को अपने कर्ज का पेमेंट करें. 

हैक 3: टैक्‍स बेनिफिट का सही यूज
पुरानी व्यवस्था के तहत, कर्जदार 1.5 लाख रुपये मूलधन (धारा 80C) और 2 लाख रुपये ब्याज (धारा 24B) पर कटौती का दावा कर सकते हैं. सह-कर्जदार इन कटौतियों को दोगुना कर सकते हैं, जिससे परिवार के रूप में 7 लाख रुपये तक की बचत हो सकती है.

हैक 4: जल्दी भुगतान करें
पहले 5-7 सालों के दौरान समय से पहले भुगतान करने से सबसे ज्‍यादा फायदा मिलता है, क्योंकि ज्‍यादातर ब्याज जल्दी मिलता है. कौशिक ने कहा कि देर से की गई कार्रवाई से ज्‍यादा जल्दी कार्रवाई मायने रखती है.

Advertisement

हैक 5: बैलेंस ट्रांसफर
अगर आपकी वर्तमान दर 8.8% है, जबकि नया लोन 7.5% पर उपलब्ध हैं, तो ट्रांसफर से ब्याज में कई लाख रुपये की बचत हो सकती है. हालांकि प्रॉसेसिंग और कानूनी शुल्क को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिए.

कैसे बचेंगे 36 लाख रुपये? 
फ्लोटिंग रेट लोन पर कोई रिपेमेंट जुर्माना नहीं लगता है. एकमुश्‍त पेमेंट के लिए बोनस या टैक्‍स रिफंड का यूज करना चाहिए. 10-12 सालों के बाद, पूर्व भुगतान से लाभ मिलता है. अतिरिक्त धनराशि को निफ्टी 50 या म्यूचुअल फंड (लगभग 12% CAGR) में निवेश करना बेहतर होता है.  RBI के नियमों के अनुसार, कर्जदारों को भारी रिपेमेंट के 30 दिनों के भीतर संपत्ति के दस्तावेज वापस करने होंगे. 

कौशिक ने कहा कि आपका होम लोन 30 साल का जाल हो सकता है. उन्‍होंने कहा कि अगर आप 30 साल के अविध के लिए 50 लाख रुपये का लोन सिर्फ साधारण तरीके से भुगतान करते हैं तो आपको 1.5 करोड़ रुपये चुकाने होंगे, लेकिन बताए गए स्‍मार्ट तरीके से पेमेंट करते हैं तो 10 साल का स्मार्ट लोन से 36 लाख रुपये की बचत होगी. 

आरबीआई के रेपो रेट में कटौती से इतनी बचत 
गौरतलब है कि इस साल भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में लगातार 100 बेसिस पॉइंट की कटौती की है, जिस कारण कर्जदारों को कुछ राहत मिली है. हर 100 बेसिस पॉइंट की कमी से 1 लाख रुपये के लोन (20 साल के लिए) पर ईएमआई 65 रुपये कम हो जाती है. इसी तरह 25 लाख रुपये पर 1,625 रुपये और 50 लाख रुपये के लोन पर 3,250 रुपये प्रति माह की बचत होती है. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement