ट्रेड वॉर के बीच हुआवे ने अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय पर मुकदमा ठोका

मामला साल 2017 का है. अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय ने हुआवे के उपकरणों को कब्जे में लिया और देर तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं किया, जिसे हुआवे ने अवैध बताया था.

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अमेरिकी वाणि‍ज्य मंत्रालय (फोटो: फेसबुक) अमेरिकी वाणि‍ज्य मंत्रालय (फोटो: फेसबुक)

दिनेश अग्रहरि

  • नई दिल्ली,
  • 24 जून 2019,
  • अपडेटेड 11:17 AM IST

चीनी कंपनी हुआवे की अमेरिकी शाखा ने हाल में वाशिंगटन के क्षेत्रीय अदालत में अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय पर मुकदमा ठोक दिया है. अमेरिका-चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर का खामियाजा हुआवे को भुगतना पड़ रहा है, क्योंकि अमेरिकी सरकार ने उस पर बैन लगा दिया है. हालांकि हुआवे का यह मुकदमा एक पुराने मामले से संबंधित है.

न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुता‍बिक, मामला साल 2017 का है. अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय ने हुआवे के उपकरणों को कब्जे में लिया और देर तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं किया, जिसे हुआवे ने अवैध बताया था.

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अदालत में दाखिल अपील दस्तावेज के मुताबिक, साल 2017 में हुआवे ने कंप्यूटर सर्वर समेत कुछ चीन में उत्पादित दूरसंचार उपकरणों को जांच के लिए कैलिफोर्निया में एक स्वतंत्र प्रयोगशाला में पहुंचाया. योजनानुसार जांच के बाद इन उपकरणों को स्वदेश वापस लौटाया जाना था, लेकिन उस साल सितंबर में इन उपकरणों को चीन में वापस पहुंचाने के रास्ते में अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय ने निर्यात अनुमति की जांच करने की वजह से उन्हें अलास्का स्टेट के एंकरेज शहर में बंद किया गया.

अपील दस्तावेज में कहा गया है कि उपकरणों को कब्जे में लिए जाने के बाद हुआवे ने मांग के अनुसार संबंधित सूचना पेश की और सूचित किया गया कि अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय के अधीन संस्था आम तौर पर 45 दिनों के भीतर निर्यात अनुमति से संबंधित फैसला करेगी.

अब तक उपकरणों को अमेरिका के कब्जे में लिए गए 20 से अधिक महीने हो गए, लेकिन अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय ने फिर भी कोई फैसला नहीं किया.

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हुआवे का कहना है कि अमेरिका के बाहर उत्पादित उपकरणों को उत्पादन देश में वापस पहुंचाने के लिए कोई निर्यात अनुमति की आवश्यकता नहीं है. चाहे अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय के आरंभ में उपकरणों को कब्जे में लिए जाने की कार्रवाई गलत है या नहीं, लेकिन बेवजह विलंब करके उपकरणों को वापस देने का उसका फैसला अवैध ही है.

हुवावे ने अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय से संबंधित उपकरणों के परिवहन में नियम का उल्लंघन करने या न करने पर फैसला करने का अनुरोध किया. अगर नियम का उल्लंघन न करने का फैसला किया गया, तो अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय को उपकरणों को चीन में वापस पहुंचाने की अनुमति देनी चाहिए.

गौरतलब है कि हुआवे के अमेरिका से रिश्ते कुछ ठीक नहीं चल रहे. अमेरिकी सरकार ने हाल में चीनी कंपनी हुआवे और इसकी कई ईकाइयों पर प्रतिबंध लगा दिया था. इनमें चीन में रजिस्टर्ड इस समूह की 35 कंपनियां और हुआवे श्रीलंका, हुआवे हांगकांग, हुआवे पाकिस्तान शामिल हैं. अमेरिकी सरकार को लगता है कि चीनी कंपनी हुआवे अमेरिका की जासूसी के लिए चीनी सरकार के एजेंट के तौर पर काम कर रही है और इस वजह से अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने हुआवे के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं.

अमेरिका में हुआवे को बैन करने के बाद Google ने हुआवे से एंड्रॉयड का लाइसेंस कैंसिल कर दिया था. गूगल ने कहा था कि उसने हुआवे के लिए एंड्रॉयड का लाइसेंस खुद से कैंसिल नहीं किया है, बल्कि गूगल अमेरिकी कॉमर्स डिपार्टमेंट के आदेश का पालन कर रही है.

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