अब कर्जदारों पर नजर रखने के लिए डिटेक्टिव एजेंसियों की मदद लेगा PNB

पंजाब नेशनल बैंक की ओर से जारी नोट में साफ लिखा है कि बैंक को 2018-2019 के लिए कुछ डिटेक्टिव एजेंसियों की जरूरत है, इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. इसका मकसद बैंक के NPA को वसूलना और कर्जदारों पर नज़र रखना होगा. बैंक ने 5 मई तक आवेदन करने को कहा है.

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मोहित ग्रोवर / अंकित कुमार

  • नई दिल्ली,
  • 26 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 2:28 PM IST

पिछले कुछ समय में देश में कई तरह के बैंक घोटाले-घपले उजागर हुए हैं. इनमें पंजाब नेशनल बैंक का मामला सबसे बड़ा था. लेकिन अब पीएनबी इस तरह की घटनाओं के लिए चौकन्ना हो रहा है. पीएनबी अब कर्ज लेकर फरार होने वालों पर डिटेक्टिव एजेंसियों के जरिए नज़र रखेगा. इसके लिए पीएनबी ने कई एजेंसियों को आवेदन देने को भी कहा है.

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पंजाब नेशनल बैंक की ओर से जारी नोट में साफ लिखा है कि बैंक को 2018-2019 के लिए कुछ डिटेक्टिव एजेंसियों की जरूरत है, इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. इसका मकसद बैंक के NPA को वसूलना और कर्जदारों पर नज़र रखना होगा. बैंक ने 5 मई तक आवेदन करने को कहा है.

गौरतलब है कि पंजाब नेशनल बैंक का बैड लोन काफी ज्यादा है. 31 दिसंबर तक करीब 57,519 करोड़ रुपए का बैड लोन था. इससे पहले पीएनबी ने इस तरह के मामलों से निपटने के लिए गांधीगिरी का रास्ता अपनाया था. जिसमें कर्जदारों का नाम सार्वजनिक किया गया था.

इसके तहत सभी NPA खातों को डिटेक्टिव एजेंसियों को मुहैया कराया जाएगा, जिसके बाद वो कर्जदारों और उनसे जुड़ी जानकारियों को इकट्ठा करना है. इन एजेंसियों को कर्जदार के खातों की भी पूरी जानकारी देनी होगी.

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बैंक की ओर से इन एजेंसियों को रिपोर्ट देने के लिए 60 दिन का समय दिया जाएगा, किसी इमरजेंसी की स्थिति में ये समय बढ़ाकर 90 दिन किया जा सकता है.

आपको बता दें कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने जिस तरह पंजाब नेशनल बैंक को लगभग 13000 करोड़ रुपए का चूना लगाया, उसके बाद से ही बैंक की छवि पर काफी असर पड़ा था.

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