इस बैंक ने लिया छंटनी का फैसला, एक झटके में खत्‍म हुईं 18 हजार नौकरियां

आर्थिक संकट से जूझ रहे डॉयचे बैंक ने 18 हजार कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है. बैंक के इस ऐलान के बाद दुनियाभर में खलबली मच गई है.

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एक झटके में खत्‍म हुईं 18 हजार नौकरियां (फोटो-रॉयटर्स) एक झटके में खत्‍म हुईं 18 हजार नौकरियां (फोटो-रॉयटर्स)

aajtak.in

  • नई दिल्‍ली,
  • 09 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 4:16 PM IST

जर्मनी के डॉयचे बैंक ने एक ऐसा फैसला लिया है जिससे दुनिया भर में खलबली मच गई है. दरअसल, बैंक ने भारत समेत दुनिया के अलग-अलग देशों में कुल 18 हजार कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है. न्‍यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक बैंक के कई कर्मचारियों ने सोमवार को आखिरी बार कंपनी के लिए काम किया.

रिपोर्ट में बताया गया है कि बैंक ने रीस्ट्रक्चरिंग का ऐलान करने के कुछ ही घंटों के अंदर कर्मचारियों को विदाई का लिफाफा थमा दिया. बैंक के कुछ कर्मचारियों को पहले से ही छंटनी का अंदेशा था. रॉयटर्स के मुताबिक एक कर्मचारी ने बताया, 'बैंक ने सुबह 9:30 बजे ऑडिटोरियम में एक छोटी-सी मीटिंग रखी थी, जिसमें स्टाफ को छंटनी के संकेत दिए गए थे.'

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भारत पर भी असर

डॉयचे बैंक के इस फैसले का असर भारत पर भी पड़ा है. रिपोर्ट के मुताबिक छंटनी के लिए लिस्‍टेड 18 हजार कर्मचारियों में बेंगलुरु स्थित बैंक के कर्मचारी भी शामिल हैं. बेंगलुरु में बैंक के एक कर्मचारी ने कहा, 'हमें बताया गया कि हमारी नौकरियां खत्म हो गई हैं. हमें लेटर सौंप दिया गया है और लगभग एक महीने का वेतन भी दिया गया.' कर्मचारी ने आगे कहा कि हमारा भविष्‍य अधर में है. परिवार चलाने से लेकर लोन देने तक की चिंता है. इसी तरह हांगकांग, न्‍यूयॉर्क और लंदन में डॉयचे बैंक के ब्रांच में भी छंटनी की खबर है.

क्‍यों लिया फैसला?

दरअसल, डॉयचे बैंक अपने सभी इक्विटी ट्रेडिंग बिजनेस को बंद करने की तैयारी में है. इसके अलावा वह अपने फिक्स्ड इनकम ऑपरेशंस के कुछ हिस्से को भी बंद करेगा. बताया जा रहा है कि कंपनी 74,000 पूर्णकालिक पद रखना चाहती है. ऐसे में अब बैंक कुल मिलाकर कंपनी के18 हजार कर्मचारियों की छंटनी करेगा. कुछ नौकरियां तुरंत प्रभाव से खत्म कर दी जाएंगी जबकि कुछ ऐसी हैं जिन्हें लंबे समय के बाद खत्म किया जाएगा.

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बता दें कि बैंक करीब एक दशक से भी अधिक समय से आर्थिक संकट से जूझ रहा है. साल 2008 के अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट की वजह से कंपनी काफी प्रभावित हुई थी. इस दौरान बैंक के ऊपर अमेरिका में भारी जुर्माना भी लगा था.

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