भारत की एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनी अडानी ग्रुप ने ऑस्ट्रेलिया की सरकार से उसकी विवादित कोयला खान परियोजना को न्यायपूर्ण तरीके से आगे बढ़ने देने की अपील की है. अडानी माइनिंग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) लुकास डो ने ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन से कहा, 'हम सभी सिर्फ इतना चाहते हैं कि न्यायपूर्ण तरीके से विचार किया जाए और अन्य मामले की तरह ही इस पर विचार किया जाए. मुझे लगता है कि कुछ बिन्दुओं पर ऐसा नहीं हुआ है. वास्तव में हम इस चीज की शिकायत नहीं कर रहे हैं, लेकिन बस इतना चाहते हैं कि अब इसे न्यायपूर्ण तरीके से आगे बढ़ने दिया जाए.'
बता दें कि गौतम अडानी की अगुवाई वाले अडानी ग्रुप ने मध्य क्वींसलैंड के गैलिल बेसिन में कारमाइकल कोल माइन को खरीदकर ऑस्ट्रेलियाई बाजार में कदम रखा था. इस प्रोजेक्ट को लेकर ऑस्ट्रेलिया के पर्यावरणविद लगातार विरोध कर रहे हैं. इनका तर्क है कि प्रोजेक्ट की वजह से जलवायु परिवर्तन पर असर पड़ेगा. पर्यावरणविद का तर्क है कि यह प्रोजेक्ट ' ग्रेट बैरियर रीफ वर्ल्ड हेरिटेज ' इलाके को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है. इस इलाके में भारी संख्या में समुद्री जीवों रहते हैं. इस प्रोजेक्ट के सहारे उसे 2.3 अरब टन कोयला उत्पादन होने की उम्मीद है.
भूजल प्रबंधन परियोजना को मंजूरी दे चुकी है सरकार
अडानी माइनिंग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने विवादित भूजल प्रबंधन परियोजना को मंजूरी दी है. ऑस्ट्रेलिया सरकार का कहना है कि यह योजना वैज्ञानिक आवश्यकताओं को पूरा करती है.ऑस्ट्रेलिया की पर्यावरण मंत्री मेलिसा प्राइस ने प्रोजेक्ट की मंजूरी देते हुए कहा था- राष्ट्रमंडल वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन (सीएसआईआरओ) और ऑस्ट्रेलिया के भू - विज्ञान विभाग ने पाया कि यह योजना वैज्ञानिक आवश्यकताओं को पूरा करती है.
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