HDFC बैंक का होम और कार लोन होगा महंगा? बैंक ने बढ़ाई MCLR दरें

एचडीएफसी बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 1 महीने के लिए एमसीएलआर रेट को बढ़ाकर 8.25 फीसदी कर द‍िया गया है. 3 माह के लिए इसे 8.30 फीसदी और 6 माह की खातिर यह 8.45 फीसदी कर दिया गया है.

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HDFC बैंक (File photo) HDFC बैंक (File photo)

विकास जोशी

  • नई दिल्ली,
  • 07 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 2:33 PM IST

भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के बाद अब एचडीएफसी बैंक ने भी एमसीएलआर रेट में बढ़ोतरी कर दी है. इसके बाद एचडीएफसी बैंक से आपके लिए होम व कार लोन लेना महंगा हो सकता है.

शुक्रवार को एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर रेट में 20 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी करने की घोषणा की है. यह बढ़ोतरी 7 सितंबर से लागू होगी.

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एचडीएफसी बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 1 महीने के लिए एमसीएलआर रेट को बढ़ाकर 8.25 फीसदी कर द‍िया गया है. 3 माह के लिए इसे 8.30 फीसदी और 6 माह की खातिर यह 8.45 फीसदी कर दिया गया है.

वहीं, एक साल के लिए इसे बढ़ाकर 8.60 फीसदी, 2 साल के लिए 8.75 प्रतिशत और 3 साल की अवध‍ि की खातिर यह 8.90 फीसदी तक पहुंच गया है.

बैंक होम लोन और कार लोन की दरों को अब एमसीएलआर के आधार पर तय करते हैं. ऐसे में एमसीएलआर की दरों में बढ़ोतरी से HDFC बैंक के होम और कार लोन के महंगे होने की आशंका भी बढ़ गई है.

क्या है MCLR रेट?

भारतीय रिजर्व बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) की व्यवस्था शुरू की है. इस व्यवस्था के तहत अलग-अलग ग्राहक के लिए लोन की ब्याज दरें उसकी रिस्क प्रोफाइल के आधार पर तय की जाती हैं.      

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कैसे तय होता है MCLR रेट?

मार्जिनल का मतलब होता है- अलग से अथवा अतिरिक्त. जब भी बैंक लेंडिंग रेट तय करते हैं, तो वह बदली हुई स्थ‍िति का खर्च और मार्जिनल कॉस्ट को भी कैलकुलेट करते हैं. बैंकों के स्तर पर ग्राहकों को डिपोजिट पर दिए जाने वाली ब्याज दर शामिल होती है.

MCLR को तय करने के लिए 4 फैक्टर को ध्यान में रखा जाता है. इसमें

- फंड का अतिरिक्त चार्ज

-  निगेटिव कैरी ऑन CRR

- ऑपरेशनल कॉस्ट

- टेनर प्रीमियम

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