वंदे भारत एक्सप्रेस के टेंडर की दौड़ में चीन की कंपनी, CAIT ने किया विरोध

रेलवे को सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए प्रोपल्सन सिस्टम चाहिए. 44 प्रोपल्सन सिस्टम के लिए भारतीय रेलवे ने ग्लोबल टेंडर आमंत्रित किए हैं.

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चीन के खिलाफ मुहिम तेज चीन के खिलाफ मुहिम तेज

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 11 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 5:38 PM IST
  • चीन के खिलाफ कैट की मुहिम तेज
  • रेल मंत्री पीयूष गोयल को लिखा पत्र

भारतीय रेलवे को सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए 44 प्रोपल्सन सिस्टम चाहिए. इसके लिए भारतीय रेलवे ने ग्लोबल टेंडर आमंत्रित किए हैं. अहम बात ये है कि इस टेंडर की रेस में चीन की सरकारी कंपनी CRRC पॉयनियर इलेक्ट्रिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल है. 

अब इस मुद्दे पर कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है. पत्र के जरिए कैट ने चीन की कंपनी को टेंड की रेस से बाहर करने की मांग की है. कैट का कहना है कि इसके लिए सिर्फ भारतीय कंपनियों को मौका मिलना चाहिए. 

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1500 करोड़ का टेंडर
रेलवे के इस टेंडर के लिए भारत की कंपनियों में दिल्ली की भेल, संगरुर की भारत इंडस्ट्रीज, नवी मुंबई की पावरनेटिक्स इंक्विपमेंट प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद की मेधा ग्रुप और परवानू की इलेक्ट्रोवेव्स इलेक्ट्रानिक प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं. इस टेंडर की राशि लगभग 1500 करोड़ रुपये होगी.

चीन के खिलाफ भारत में माहौल
बीते जून महीने में गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद चीन के खिलाफ भारत में बहिष्कार की मुहिम तेज हो गई है. इस मुहिम  को सरकार का भी साथ मिला है. यही वजह है कि रेलवे, बिजली समेत कई मंत्रालयों ने टेंडर रद्द कर दिए हैं या फिर नियमों में बदलाव की बात कही है. 

ये पढ़ें—वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप Zoom का चीन से कनेक्शन! CAIT ने लिया ये फैसला

चीन के खिलाफ कैट की मुहिम
चीन और चाइनीज प्रोडक्ट के बहिष्कार के लिए कैट भी लगातार कई बड़े फैसले ले रहा है. बीते दिनों कैट ने बहिष्कार के लिए 500 चाइनीज प्रोडक्ट की लिस्ट जारी की थी. इसी तरह, जूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बहिष्कार का भी ऐलान किया गया है. जूम की बजाए जियोमीट को तवज्जो दी जाएगी.

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