एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करते समय डेटा के महत्व पर जोर दिया था. लेकिन इसके बाद वित्त मंत्रालय ने बजट की वेबसाइट पर जो बजट 2020 अपलोड किया उसके पीडीएफ और एक्सेल फाइल के कई आंकड़ों में अंतर पाए गए. IndiaToday.in ने जब इसके बारे में वित्त मंत्रालय को मेल किया जो आंकड़ों में बदलाव कर दिया गया. अब इसके बारे में वित्त मंत्रालय की सफाई आई है.
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बजट की आधिकारिक वेबसाइट www.indiabudget.gov.in पर अपलोड व्यय बजट के दस्तावेजों का विश्लेषण करते समय इंडिया टुडे डॉट इन को यह पता चला कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के कईसंस्थाओं/योजनाओं के लिए बजट आवंटन में पीडीएफ और एक्सेल फाइल के आंकड़ों में अंतर दिख रहा है. यह तब है, जब वित्त मंत्री ने डेटा की विश्वसनीयता पर जोर देते हुए कहा था कि 'डेटा नया तेल' है. गौरतलब है कि इस वेबसाइट में बजट आवंटन का विवरण दो तरह के फॉर्मेट-पीडीएफ फाइल और एक्सेल फाइल में मिलते हैं. इंडिया टुडे ने 14 जगह इन आंकड़ों में अंतर पाया था.
IndiaToday.in की पूरी स्टोरी यहां पढ़ें : Finance Ministry secretly corrects 14 data discrepancies in Budget 2020 after India Today seeks answers
क्या कहा वित्त मंत्रालय ने
वित्त मंत्रालय ने इंडिया टुडे की वेबसाइट पर जारी खबर पर अपनी सफाई देते हुए कहा, 'बजट अनुमान का वही हिसाब-किताब बजट की वेबसाइट पर पीडीएफ फाइल में अपलोड किया गया है जो कि संसद में पेश किया गया था. एक्सेल शीट को सपोर्टिंग फाइल के रूप में अपलोड किया गया था. मंत्रालय ने जो कुल विनियोग मांग की है, वह पीडीएफ और एक्सेल फाइल में एक समान है. बस मंत्रालय के अन्य छोटे-छोटे मदों के डेटा में कुछ अंतर था.'
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इंडिया टुडे ने भी यही बात उठाई थी. इंडिया टुडे की स्टोरी में भी कुल आवंटन पर सवाल नहीं उठाया गया था, बल्कि विभागों के आवंटन के आंकड़ों में अंतर को दर्शाया गया था. वित्त मंत्रालय के इस जवाब से भी इंडिया टुडे के स्टोरी की पुष्टि होती है. बजट वेबसाइट में कहीं यह नहीं बताया गया था कि एक्सेल शीट सिर्फ 'सपोर्टिंग फाइल' है.
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