मैसूर अपनी शाही विरासत और शांतिपूर्ण लाइफस्टाइल के लिए प्रसिद्ध है. यह शहर एक आदर्श 'स्मार्ट सिटी' के रूप में तेज़ी से उभर रहा है. सरकार की 'स्मार्ट सिटी पहल' और स्थानीय प्रशासन के प्रयासों ने मैसूर को भारत के सबसे हरे-भरे, सुरक्षित और निवेश के लिए आकर्षक शहरों में से एक बना दिया है.
मैसूर को लगातार भारत के सबसे स्वच्छ शहरों में गिना जाता है, और शहर ने अपनी हरित छवि को बनाए रखने के लिए कई पहल की हैं.
स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर और सुरक्षा: स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट ने मैसूर के शहरी बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाया है, जिससे जीवन की गुणवत्ता और सुरक्षा में सुधार हुआ है. सड़कों को चौड़ा किया गया है, बसों में GPS ट्रैकिंग लगाई गई है, और स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं. वहीं, पुराने शहरी क्षेत्रों में स्मार्ट स्ट्रीटलाइट और Wi-Fi ज़ोन स्थापित किए गए हैं. बेहतर सड़क सुरक्षा उपाय और सुनियोजित शहरी विकास मैसूर को रिटायर लोगों, एनआरआई और युवा परिवारों के लिए एक शांत और सुरक्षित विकल्प बनाते हैं.
कनेक्टिविटी और विकास: बेंगलुरु से निकटता इसे लोगों के लिए और आकर्षक बनाती है. बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे ने दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को 90 मिनट से भी कम कर दिया है. इससे मैसूर उन पेशेवरों के लिए एक आकर्षक निवास स्थान बन गया है, जो बेंगलुरु में काम करते हैं, लेकिन मैसूर के शांतिपूर्ण माहौल में रहना चाहते हैं.
मैसूर रिंग रोड का विस्तार दूर के क्षेत्रों को भी मुख्य शहर से जोड़ रहा है, जिससे रियल एस्टेट के लिए नए निवेश के विकल्प खुल रहे हैं. सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया और इन्फोसिस परिसर के विस्तार से रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं, जिससे आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियों की मांग में तेज़ी आ रही है.
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मैसूर के इस तेज़ विकास को देखते हुए, कुछ इलाके निवेशकों के लिए सबसे बेहतर माने जा रहे हैं.
विजयनगर: ये इलाका मैसूर के सबसे बड़े और स्थापित आवासीय क्षेत्रों में से एक है. रिंग रोड और प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों से निकटता के कारण इसके चौथे चरण में तेज़ी से विकास हो रहा है.
हेब्बल: बेंगलुरु-मैसूर राजमार्ग के करीब स्थित होने और बढ़ते इन्फ्रास्ट्रक्चर के कारण यह क्षेत्र तेजी से एक रियल एस्टेट हॉटस्पॉट बन रहा है.
रिंग रोड परिक्षेत्र (ORR): आउटर रिंग रोड (ORR) के आसपास के क्षेत्रों में ज़मीन का मूल्य लगातार बढ़ रहा है. यह आवासीय और भूखंड विकास के लिए आकर्षक है, क्योंकि यह शहर के सभी प्रमुख हिस्सों को जोड़ता है.
बन्नूर रोड: ये मैसूर का उभरता हुआ इलाका है, पहले यह बाहरी इलाका माना जाता था, लेकिन शैक्षणिक संस्थानों और नए आवासीय परियोजनाओं के कारण अब यह तेज़ी से विकसित हो रहा है. यहां किफायती दामों पर प्रॉपर्टी मौजूद है.
रियल एस्टेट एक्सपर्ट अनुमान लगा रहे हैं कि मैसूर जल्द ही अगला बेंगलुरु बन सकता है, जिससे संपत्ति के मूल्यों में लगातार और स्थिर वृद्धि की उम्मीद है.
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