गौतम सिंघानिया के पिता विजयपत सिंघानिया ने कहा कि मैंने उसे सब कुछ दे दिया, लेकिन गलती से मेरे पास कुछ पैसे बच गए थे. जिन पर मैं अपना जीवन यापन कर रहा था. उन्होंने कहा कि मैं आज बच गया हूं, नहीं तो मैं सड़क पर होता.