Top Borrowers States: कर्ज लेने में देश का ये बड़ा राज्य सबसे आगे, जानिए किस स्टेट पर कितना बोझ!

वित्त वर्ष 2021 से फरवरी 2025 तक, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने मार्केट बांड के जरिए 41.1 लाख करोड़ रुपये जुटाए. तमिलनाडु ने 4.8 लाख करोड़ रुपये के साथ सबसे ज्‍यादा पैसा जुटाया, जो कुल कर्ज की हिस्‍सेदारी का लगभग 12 प्रतिशत है.

Advertisement
तमिलनाडु पर सबसे ज्‍यादा कर्ज तमिलनाडु पर सबसे ज्‍यादा कर्ज

अंकिता तिवारी

  • नई दिल्‍ली,
  • 13 मई 2025,
  • अपडेटेड 7:04 PM IST

राज्‍यों का कर्ज बढ़ता ही जा रहा है. पिछले पांच साल के दौरान राज्‍यों का कर्ज काफी बढ़ चुका है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक, तमिलनाडु ने वित्त वर्ष 2025 में पांचवें वर्ष के लिए भारतीय राज्यों में सबसे ज्‍यादा कर्ज लिया है. अप्रैल 2024 और फरवरी 2025 के बीच ही तमिलनाडु का कुल कर्ज 1,01,025 करोड़ रुपये था. 

Advertisement

राज्‍यों द्वारा ये कर्ज खर्च की आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिए बॉन्ड जारी करके जुटाई जाती है, जिन्‍हें राज्‍य विकास लोन के रूप में जाना जाता है. जब ये रकम जुट जाती है तो इसका इस्‍तेमाल राज्‍य के विकास के लिए किया जाता है. आइए जानते हैं तमिलनाडु के बाद किस राज्‍य के ऊपर कितना ज्‍यादा कर्ज है. 

5 साल में राज्‍यों पर 41.1 लाख करोड़ का कर्ज 
वित्त वर्ष 2021 से फरवरी 2025 तक, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने मार्केट बॉन्ड के जरिए 41.1 लाख करोड़ रुपये जुटाए. तमिलनाडु ने 4.8 लाख करोड़ रुपये के साथ सबसे ज्‍यादा पैसा जुटाया, जो कुल कर्ज की हिस्‍सेदारी का लगभग 12 प्रतिशत है. दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र रहा, जिसने 4.2 लाख करोड़ रुपये जुटाए. इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश भी प्रमुख कर्जदार रहे. इन छह राज्यों ने मिलकर इस अवधि में कुल उधारी का आधा से अधिक हिस्सा हासिल किया. 

Advertisement

टॉप पर रहे तमिलनाडु और महाराष्‍ट्र 
तमिलनाडु और महाराष्ट्र वित्त वर्ष 21-वित्त वर्ष 25 के दौरान लगातार टॉप पर रहे. तमिलनाडु हर साल सबसे आगे रहा, वित्त वर्ष 21 में 87,900 करोड़ रुपये से शुरू होकर वित्त वर्ष 25 में 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. वित्त वर्ष 2025 में अप्रैल से फरवरी के बीच, कर्नाटक 72,025 करोड़ रुपये के साथ तीसरा सबसे बड़ा उधारकर्ता था, उसके बाद आंध्र प्रदेश 70,057 करोड़ रुपये और राजस्थान 63,565 करोड़ रुपये के साथ दूसरे स्थान पर था.

इस राज्‍य ने किया सबसे ज्‍यादा लोन का पेमेंट
वित्त वर्ष 2021 और वित्त वर्ष 2025 की अप्रैल-सितंबर के बीच महाराष्ट्र ने लोन का 1.2 लाख करोड़ रुपये चुकाए, जो कि कुल कर्ज के मामले में सबसे ज़्यादा है. जबकि इस अवधि के दौरान कुल कर्ज 3.8 लाख करोड़ रुपये था. 

किसने कितना चुकाया कर्ज?
इसके बाद तमिलनाडु ने 4.2 लाख करोड़ रुपये उधार में से 1 लाख करोड़ रुपये चुकाए. पश्चिम बंगाल और राजस्थान ने क्रमशः 2.8 लाख करोड़ रुपये और 2.6 लाख करोड़ रुपये के कुल उधार के हिसाब से 0.8 लाख करोड़ रुपये चुकाए. महाराष्ट्र और तमिलनाडु के अलावा, आंध्र प्रदेश, राजस्थान और पश्चिम बंगाल वित्त वर्ष 24-25 में सबसे ज्‍यादा भुगतान करने वाले राज्य हैं. झारखंड ने अपने कुल कर्ज का 51.4 प्रतिशत चुकाया, उसके बाद गुजरात ने 43.1 प्रतिशत और केरल ने 35.8 प्रतिशत चुकाया.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement