Share Market Today: उथल-पुथल के बाद मामूली बढ़त में रहा बाजार, चार दिन की गिरावट थमी

Share Market Today: इससे पहले कोरोना के नए वैरिएंट Omicron के दबाव में शेयर बाजार (Share Market) लगातार चार दिन गिरे थे. बुधवार को सेंसेक्स 329.06 यानी 0.57 फीसदी गिरकर 57,788.03 अंक पर बंद हुआ था.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 4:02 PM IST
  • आर्थिक रिकवरी की उम्मीद ने दिया बाजार को सहारा
  • लगातार चार दिन की गिरावट पर लगी लगाम

फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) की नीतिगत घोषणा के बाद गुरुवार को घरेलू बाजार (Indian Stock Market) ने वापसी की और चार दिनों की गिरावट से उबरने में कामयाब रहा. फेडरल रिजर्व ने महंगाई को काबू करने के लिए ब्याज दरों को अनुमान से अधिक तेजी से बढ़ाने और बांड की खरीद रोकने के संकेत दिए हैं. इससे आर्थिक सुधार (Economic Recovery) की उम्मीदों को मजबूती मिली और इस धारणा ने बाजार की मदद की.

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दिन भर रही उथल-पुथल

घरेलू बाजार प्री-ओपन (Pre-Open) से मजबूती में रहे. बाजार खुलने के बाद भी मोमेंटम बना रहा. बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) ने करीब 400 अंकों की ठोस बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की. एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) बाजार खुलने पर 17,350 अंक के ऊपर रहा. हालांकि कारोबार के दौरान काफ उथल-पुथल देखी गई. एक समय प्रमुख सूचकांक गिरकर लाल निशान में जा चुके थे.

इतनी रही बढ़त

बाद में बाजार रिकवर हुआ. कारोबार समाप्त होने पर बीएसई सेंसेक्स 0.21 फीसदी मजबूत होकर 57,910.12 अंक पर बंद हुआ. एनएसई निफ्टी भी 0.27 फीसदी की बढ़त के साथ 17,264 अंक पर बंद हुआ.

लगातार चार दिन गिरा था बाजार

इससे पहले कोरोना के नए वैरिएंट Omicron के दबाव में शेयर बाजार (Share Market) लगातार चार दिन गिरावट में रहे थे. बुधवार को सेंसेक्स 329.06 अंक यानी 0.57 फीसदी गिरकर 57,788.03 अंक पर बंद हुआ था. निफ्टी भी 103.50 अंक यानी 0.60 फीसदी गिरकर 17,221.40 अंक पर बंद हुआ था.

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अनुमान के हिसाब से रहा फेड का निर्णय

फेडरल रिजर्व के बाद अभी यूरोपियन सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ इंग्लैंड भी नीतिगत घोषणा करने वाले हैं. फेडरल रिजर्व के ऊपर महंगाई को काबू करने की दिशा में कदम उठाने का दबाव था. यूरोपियन सेंट्रल बैंक और बैंक ऑफ इंग्लैंड के ऊपर भी यह दबाव रहने वाला है. वहीं इन्वेस्टर्स ने फेड के निर्णयों को सकारात्मक तरीके से लिया. परिस्थितियों के कारण यह अनुमान लग रहे थे कि फेड रिजर्व रेट बढ़ाने की ओर कदम उठाएगा.

 

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