लॉकडाउन से भारतीय अर्थव्यवस्था के 940 करोड़ रुपये हर हफ्ते हो जाएंगे साफ, बारक्लेज की रिपोर्ट में दावा

देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. महाराष्ट्र के हालात तो इतने बुरे हैं कि वहां बुधवार रात 8 बजे के बाद से लॉकडाउन जैसी स्थिति पैदा होने जा रही है. इसी के मद्देनजर बारक्लेज ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि ऐसे लॉकडाउन देश की अर्थव्यवस्था से हर हफ्ते लगभग 940 करोड़ रुपये (1.25 अरब डॉलर) साफ कर देंगे. जानिए और क्या कहा बारक्लेज ने

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कोरोना को लेकर कई राज्यों में लगे हैं प्रतिबंध (सांकेतिक फोटो) कोरोना को लेकर कई राज्यों में लगे हैं प्रतिबंध (सांकेतिक फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 14 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 5:08 PM IST
  • आर्थिक गतिविधियों वाले 8 राज्यों में कोरोना के 81% मामले
  • अगर मई तक रहे प्रतिबंध तो होगा अरबों रुपये का नुकसान

देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. महाराष्ट्र के हालात तो इतने बुरे हैं कि वहां बुधवार रात 8 बजे के बाद से लॉकडाउन जैसी स्थिति पैदा होने जा रही है. इसी के मद्देनजर बारक्लेज ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि ऐसे लॉकडाउन देश की अर्थव्यवस्था से हर हफ्ते लगभग 940 करोड़ रुपये (1.25 अरब डॉलर) साफ कर देंगे. जानिए और क्या कहा बारक्लेज ने

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अगर मई तक रहे प्रतिबंध तो होगा इतना नुकसान
ब्रिटेन की प्रमुख ब्रोकरेज कंपनी बारक्लेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना को लेकर लगाए गए मौजूदा प्रतिबंध यदि मई के अंत तक बने रहते हैं तो देश में आर्थिक और वाणिज्यिक गतिविधियों का नुकसान 10.5 अरब डॉलर यानी 788.95 अरब रुपये रह सकता है. यह देश की नॉमिनल जीडीपी के 0.34% के बराबर है.

कोरोना के मामले में दुनिया में शीर्ष पर है भारत
देश में कोरोना के नए मामले लगातार बढ़ रहे हैं. मंगलवार को 1.62 लाख नए मामले सामने आए जबकि 879 लोगों की मौत हो गई. अभी हम दुनिया में रोजाना आने वाले कोरोना के मामलों में शीर्ष पर हैं और सबसे बुरी तरह प्रभावित देश अमेरिका और ब्राजील को पीछे छोड़ चुके हैं. देश में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 1.37 करोड़ हो चुकी है. जबकि मौत का आंकड़ा 1.71 लाख को पार कर चुका है.

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अधिक आर्थिक गतिविधियों वाले 8 राज्यों में 81% मामले
देश के कुल कोरोना वायरस मामलों में महाराष्ट्र से अकेले करीब 48% मामले सामने आ रहे हैं. वहीं कुल मामलों में से 81% मामले मात्र 8 राज्यों के हैं. लेकिन इन्हीं राज्यों में अधिक आर्थिक गतिविधियां चलती हैं. इसलिए इन राज्यों में लगे प्रतिबंध या लॉकडाउन का अर्थव्यवस्था पर अधिक असर होगा. महाराष्ट्र ने जहां दो हफ्ते के पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की है तो वहीं दिल्ली सरकार ने भी आवाजाही पर अधिक पाबंदियां लगाई हैं.

तिमाही में करेगा 1.4% नॉमिनल जीडीपी का नुकसान
इन आर्थिक गतिविधियों वाले राज्यों में बीते दिनों में कोरोना कर्फ्यू, लॉकडाउन या आवाजाही पर रोक इत्यादि बढ़ी है. इससे अर्थव्यवस्था को हर हफ्ते 1.25 अरब डॉलर यानी 940 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है, जबकि पिछले हफ्ते ये अनुमान 390. करोड़ रुपये का था. इस तरह चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इन लॉकडाउन से देश की नॉमिनल जीडीपी के 1.4% के बराबर का नुकसान होगा.

www.businesstoday.in के इनपुट पर आधारित

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