ट्रैवल इंडस्ट्री में जल्द सुधार संभव नहीं, इंडिया टुडे के कार्यक्रम में बोले दिग्गज

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने भारत को 2022 तक दुनिया के प्रमुख 15 टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने का लक्ष्य रखा है, और इसमें सबका सहयोग चाहिए. कोरोना काल में होटल का रजिस्ट्रेशन बढ़ा है, ये अच्छा संकेत है.

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ट्रैवल इंडस्ट्री में जल्द सुधार संभव नहीं ट्रैवल इंडस्ट्री में जल्द सुधार संभव नहीं

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 3:33 PM IST
  • पर्यटन क्षेत्र पर सबसे ज्यादा कोरोना का असर
  • टूरिस्टों को लुभाने के लिए स्कीम्स की जरूरत
  • कोरोना के बाद बदल जाएगी भारतीय टूरिज्म की तस्वीर

पर्यटन क्षेत्र पर सबसे ज्यादा कोरोना का असर पड़ा है. तमिलनाडु के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (टूरिज्म डिपार्टमेंट) विक्रम कपूर का कहना है कि कोरोना से पहले जैसा कारोबार लौटने में कम से कम दो साल का वक्त लग जाएगा. उन्होंने कहा कि इस सेक्टर को राहत की अब सख्त जरूरत है. राज्य में लोग अभी ट्रैवल करने से परहेज कर रहे हैं. 

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विक्रम कपूर ने कहा कि केंद्र सरकार ट्रैवल इंडस्ट्री को कई तरह की छूट देकर टूरिज्म को बढ़ावा दे सकती है. इसके लिए टिकट पर छूट एक विकल्प है. SoP के साथ केंद्र सरकार को टूरिज्म के बारे में सोचना चाहिए. यही नहीं, इसके लिए राज्य सरकार को भी करीब एक साल के लिए ट्रैवल स्कीम लाने की जरूरत है.  

 वहीं ओडिशा के कमिश्नर कम-सेक्रेटरी (डिपार्टमेंट ऑफ टूरिज्म) विकास के देव का मानना है कि टूरिज्म सेक्टर को संकट से उबरने में लंबा वक्त लगेगा. ओडिशा राज्य टूरिज्म से लिहाज से अहम है. टूरिज्म सेक्टर की अब सरकार से मांग है कि कोरोना संकट के दौरान बिजली बिल में छूट और लाइसेंस रिनुअल में रियायत दी जाए. इसके अलावा कोरोना संकट के दौरान कर्मचारियों को ट्रेनिंग की जरूरत है. कैसे वे कोरोना के दौरान सावधानी बरतते हुए काम कर सकते हैं. विकास के देव ने कहा कि केंद्र सरकार को ट्रैवल सेक्टर में बेहतरी के लिए फ्लाइट और ट्रैवल की सुविधा आसान और सस्ती दर पर उपलब्ध करानी चाहिए.  

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इसके अलावा गुजरात के टूरिज्म कमिश्नर जेनू देवान ने कहा कि राज्य में कोरोना संकट की वजह से टूरिज्म और होटल इंडस्ट्रीज के करीब 5 लाख लोगों का रोजगार प्रभावित हुए थे. अभी भी इस सेक्टर से जुड़े आधे से ज्यादा लोग बेरोजगार हैं. राज्य सरकार ने प्रभावित सेक्टर के लिए कदम उठाए हैं. अनलॉक के बाद धीरे-धीरे स्थिति सुधर रही है. लोगों में आत्मविश्वास जगाने की जरूरत है. 

गुजरात में टूरिज्म में डिमांड को बढ़ाने के लिए सरकार तेजी से काम कर रही है. करीब 50 फीसदी टूरिस्ट पहुंच रहे हैं. पूरी तरह से बहाल करने के लिए राहत के साथ-साथ जागरूकता जरूरी है. ताकि लोगों में पहले जैसा विश्वास हो और सबकुछ कोविड-19 को ध्यान में रखकर किया जाएगा.  

इंडिया टुडे के इस अवॉर्ड कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तेजी से काम कर रही है. उन्होंने बताया कि कोरोना के शुरुआती दौर में जो विदेशी मेहमान भारत आए थे, उन्होंने यहीं रहना सुरक्षित समझा. ये हमारी बड़ी उपलब्धि है. 

भारत लगातार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक स्तर पर काम कर रहा है. भारत ने दुनिया को योग दिया है. उन्होंने देश के लोगों से कहा कि कोरोना संकट के बाद भारत वैश्विक स्तर पर बड़ा टूरिज्म हब बनकर उभरेगा. देश के लोग घूमने के लिए नॉर्थ ईस्ट जरूर जाएं. ये बेहद आकर्षक टूरिज्म स्पॉट बनने वाला है. 

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इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने भारत को 2022 तक दुनिया के प्रमुख 15 टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने का लक्ष्य रखा है, और इसमें सबका सहयोग चाहिए. कोरोना काल में होटल का रजिस्ट्रेशन बढ़ा है, ये अच्छा संकेत है. 

 

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