ब्रोकरेज फर्म में एक स्मॉल फाइनेंस बैंक के शेयरों में तेजी का अनुमान लगाया है, जो निवेशकों को तगड़ा रिटर्न दे सकता है. ICICI सिक्योरिटीज ने इस शेयर पर 'खरीदें' रेटिंग दी है. हालांकि अभी ये शेयर 50 प्रतिशत से ज्यादा टूट चुका है और इसके तिमाही नतीजे भी खराब रहे हैं. लेकिन फिर भी ब्रोकरेज को उम्मीद है कि इस शेयर में गजब की तेजी आ सकती है.
यह शेयर उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक है, जिसपर आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने 26 रुपये का टारगेट दिया है. ब्रोकरेज ने बैंक का वैल्यूवेशन सितंबर 2027 के अनुमानित प्रति शेयर बुक वैल्यू का 1.25 गुना आंका है और कहा कि वित्त वर्ष 26 की चौथी तिमाही से बेहतर रिटर्न अनुपात पुनर्मूल्यांकन को बढ़ावा दे सकता है.
50 प्रतिशत टूटने के बाद 64% भागेगा ये शेयर
मंगलवार को यह शेयर 15.90 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था, जो दिसंबर 2024 में अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 33.43 रुपये प्रति शेयर से 52.43 प्रतिशत कम है. आईसीआईसीआई ने मौजूदा मूल्य से 63.52 प्रतिशत की वृद्धि का संकेत दिया है .
ब्रोकरेज को क्यों लगता है इसमें आएगी तेजी?
उत्कर्ष बैंक ने अगले दो से 3 सालों में करीब 25 फीसदी लोन तेजी का टारगेट रखा है, जिसमें सुरक्षित उत्पाद उसके बहीखाते का आधा हिस्स होंगे और इक्विटी पर रिटर्न 15 फीसदी के करीब होगा. इसमें आगे कहा गया है कि यह ग्रोथ NIM के 8.5 प्रतिशत तक विस्तार और लोन कॉस्ट में करीब 2 फीसदी की कमी के कारण संभव होगा.
हालांकि सुरक्षित लोन की ओर संरचनात्मक बदलाव से नेट मार्जि में कमी आ सकती है. ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि सुरक्षित असेट की ज्यादा हिस्सेदारी बैंक के लॉन्गटर्म स्थिरता और लाभ की निरंतरता को मजबूत करेगी. लेकिन मार्जिन में बदलाव शॉटटर्म में लोन कॉस्ट को हाई बनाए रख सकता है.
क्यों इस शेयर पर रहा है दबाव?
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा कि उत्कर्ष की कम कमाई मुख्य रूप से एमएफआई पोर्टफोलियो में तनाव के कारण थी, जो सितंबर 2025 तक 23 प्रतिशत एमएफआई जीएनपीएल अनुपात और वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में 15 प्रतिशत से ज्यादा सालाना स्लिपेज रेशियो में टारगेटेड है.
इसके अनुसार, एक्स-बकेट कलेक्शन पोटेशियल में नवंबर 2025 में 99 प्रतिशत से अधिक की तेजी हुई थी, जो अक्टूबर में 98.7 प्रतिशत थी, जबकि एसएमए पूल 5.1 प्रतिशत और एक वर्ष पहले 9.3 प्रतिशत से घटकर 4.8 प्रतिशत रह गया. ब्रोकरेज ने कहा कि ये रुझान एमएफआई क्षेत्र में तनाव कम होने का संकेत देते हैं और इससे ऋण लागत को लगभग 10 प्रतिशत के मौजूदा स्तर से कम करने में मदद मिलेगी.
गैर-एमएफआई पोर्टफोलियो का प्रदर्शन अच्छा रहा और वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में ऋण लागत लगभग 2 प्रतिशत पर स्थिर रही. वित्त वर्ष 2017 में लघु वित्त बैंक में परिवर्तित होने के बाद से, उत्कर्ष ने अपनी लोन बुक में विविधता लाने के प्रयासों में तेजी लाई है. अभी एमएसएमई ऋण, आवास, माइक्रो-एलएपी और वाहन फाइनेंस जैसे लोन दे रहा है, जिससे सितंबर 2025 तक उनकी संयुक्त हिस्सेदारी पिछली तिमाही के 32 प्रतिशत और एक साल पहले के 26 प्रतिशत से बढ़कर 34 प्रतिशत हो गई है.
(नोट- यहां बताए गए टारगेट ब्रोकरेज फर्म के अपने विचार हैं. aajtak.in इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता है. किसी भी शेयर में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)
आजतक बिजनेस डेस्क