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Super Exclusive Interview: 'आर्थिक स्थिति, कोरोना की चुनौतियों के बीच 8 साल के अनुभव से नया GST बना', बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

aajtak.in | नई दिल्ली | 05 सितंबर 2025, 3:38 PM IST

जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में लोगों को बड़ी राहत देने का फैसला लिया गया. अब चार स्लैब की बजाय 5% और 18% के सिर्फ दो टैक्स स्लैब होंगे. ये दरें 22 सितंबर से लागू होंगी. हालांकि, तंबाकू उत्पाद जैसे सिन-गुड्स और अल्ट्रा लग्जरी आइटम्स पर पहले के 28% के बजाय अब 40% टैक्स लगेगा.

GST स्लैब में कटौती के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहला इंटरव्यू दिया है. (Photo- ITG)

जीएसटी दरों में ऐतिहासिक कटौती के ऐलान से देशभर के लोग राहत महसूस कर रहे हैं. केंद्र सरकार के इस फैसले को किसी ने महंगाई से राहत की नई उम्मीद बताया, तो किसी ने बाजार और कारोबार के लिए ऑक्सीजन. इसी माहौल के बीच देश के नंबर वन न्यूज चैनल आजतक ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से एक्सक्लूसिव बातचीत की.

इस विशेष इंटरव्यू में वित्त मंत्री ने न सिर्फ टैक्स सुधार और आम जनता को मिली राहत पर विस्तार से चर्चा की, बल्कि आगे की आर्थिक चुनौतियों, महंगाई नियंत्रण, निवेश बढ़ाने और रोजगार सृजन जैसे अहम मुद्दों पर भी अपने विचार साझा किए. 

इंटरव्यू से जुड़े सभी अपडेट्स के लिए इसी पेज पर बने रहें...

यह भी पढ़ें: हेल्‍थ-टर्म इंश्‍योरेंस पर GST छूट का लाभ क्‍या लोगों को मिलेगा? वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया जवाब

3:38 PM (3 महीने पहले)

पहले नागरिकों को राहत, बाद में राजस्व की चिंता: वित्त मंत्री

Posted by :- Rahul Chauhan

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता नागरिकों को राहत देना है, भले ही इसके लिए उन्हें बाद में राजस्व की चिंता करनी पड़े.

सीतारमण ने कहा, "अगर कुछ राज्य चिंतित हैं, और अगर केंद्र को भी यह कहते हुए चिंतित होना पड़ेगा कि अब हमें राजस्व कैसे मिलेगा? तो हमें पहले नागरिकों को राहत देनी होगी. और फिर अपने राजस्व की चिंता करनी होगी, इसे कैसे जुटाया जाए, कहाँ से लाया जाए."

उन्होंने कोविड-19 महामारी से मिले सबक को याद किया, जब सरकार ने राजस्व की कमी के बजाय लोगों की ज़रूरतों को प्राथमिकता दी थी.

उन्होंने कहा कि तब भी, प्रधानमंत्री मोदी जैसे नेता नहीं डगमगाए. उन्होंने यह नहीं कहा कि अब क्या होगा? इसके अलावा, उन्होंने कहा, मैं नहीं चाहता कि आप राजस्व के लिए कहीं भटकें, बल्कि मैं अपने देश के लोगों को मुफ्त टीकाकरण देना चाहता हूं. एक सौ चालीस अरब, दो खुराक मुफ्त होंगी."

सीतारमण ने कहा कि हालांकि केंद्र के पास रक्षा खर्च जैसी विशेष जिम्मेदारियां हैं, लेकिन जब नागरिकों का कल्याण दांव पर हो तो वह उधार लेने और समायोजन करने को तैयार है.

3:36 PM (3 महीने पहले)

निर्यातकों पर टैरिफ का बोझ नहीं पड़ने देंगे: वित्त मंत्री

Posted by :- Rahul Chauhan

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आश्वासन दिया कि सरकार उन निर्यातकों को राहत प्रदान करने के लिए कदम उठाएगी जो भारी अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित हैं, हालांकि उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि यह मामला जीएसटी परिषद के अधिकार क्षेत्र से बाहर है.

सीतारमण ने कहा, "देखिए, ऐसे टैरिफ की आशंका में, जो हमें प्रभावित करेगा. अभी जो प्रावधान किया गया है, वह एक तरह से टैक्स के कारण इनपुट लागत का ध्यान रखेगा. अगर वहां टैक्स भारी था, तो हमने उत्पादन लागत को उसके अनुरूप करने की कोशिश की ताकि अंतर और न बढ़े."

सीतारमण ने स्पष्ट किया कि टैरिफ के कारण आयात लागत में वृद्धि जीएसटी से जुड़ी नहीं है, लेकिन अमेरिका में 50% तक के शुल्क का सामना कर रहे निर्यातकों को अकेले इसका बोझ नहीं उठाना पड़ेगा.

उन्होंने आगे कहा, "अगर आपकी अंतिम वस्तु निर्यात की जा रही है और उस पर 50% अमेरिकी टैरिफ लगता है, तो यह एक ऐसा मुद्दा है जिसका अध्ययन सरकार को करना होगा, जीएसटी परिषद को नहीं. लेकिन जैसा कि मैंने कहा, सरकार इसका ध्यान रखेगी."

3:34 PM (3 महीने पहले)

निर्मला सीतारमण ने जीएसटी 3.0 के रोडमैप का विश्लेषण किया

Posted by :- Rahul Chauhan

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी के विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की और बताया कि पहला चरण एकता पर और दूसरा सरलता पर केंद्रित है, साथ ही उन्होंने एक संभावित तीसरे चरण का भी संकेत दिया.

सीतारमण ने कहा, "मेरे लिए, सरलता को बढ़ावा देना ज़रूरी है. और यह हर उपभोक्ता को प्रभावी रूप से महसूस होना चाहिए. इसलिए, मैं इसके लिए काम कर रही हूं. और कुछ सालों बाद, हम इस बारे में बात कर पाएंगे कि तीसरा चरण कैसा हो सकता है."

3:22 PM (3 महीने पहले)

'टैरिफ और जीडीपी ग्रोथ से जीएसटी कटौती का संबंध नहीं'

Posted by :- Rahul Chauhan

टैरिफ का जीडीपी पर असर देखने को मिल रहा है. ऐसे में जीएसटी का कम करना, क्या इससे जुड़ा है? इस सवाल के जवाब में निर्मला सीतारमण ने कहा कि ऐसा नहीं है. आर्थिक स्थिति, कोरोना की चुनौतियों के बीच 8 साल के अनुभव से नया जीएसटी बना है. हम पांच साल के अंदर ही ऐसा करना चाहते थे लेकिन हो नहीं सका. इसका मकसद लोगों पर दवाब कम करना भी है. इसका टैरिफ या जीडीपी ग्रोथ से कोई संबंध नहीं है.

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3:10 PM (3 महीने पहले)

'टैक्स कटौती जनता के लिए, कंपनी के लाभ के लिए नहीं'

Posted by :- Rahul Chauhan

इंश्योरेंस कंपनी रेट घटने का लाभ लोगों को देंगी? इसके जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि पब्लिक सेक्टर इंश्योरेंस कंपनियों को आगे आकर कहना चाहिए कि हम लाभ लोगों को देंगे. ऐसे में प्राइवेट सेक्टर इंश्योरेंस कंपनी को भी ये करना चाहिए. टैक्स कटौती लोगों के लिए है, कंपनी के लिए नहीं. अगर इसके खिलाफ कंपनी कुछ करती हैं तो उसके खिलाफ बात करके हम काम करेंगे.

3:07 PM (3 महीने पहले)

'वन नेशन वन जीएसटी अभी मुमकिन नहीं'

Posted by :- Rahul Chauhan

क्या केंद्र सरकार वन नेशन वन जीएसटी का फॉर्मलूा लागू करेगी? इसके जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि अभी तो नहीं लेकिन शायद कभी आगे चलकर ऐसा कर दिया जाए. हालांकि इसकी अभी कोई समय सीमा तय नहीं है. देश में जिस तरह का विकास हो रहा है. अलग-अलग जगह का विकास अलग है. सब जगहों को समान रूप से नहीं देखा जा सकता है. कोई ज्यादा विकसित है तो कोई कम. विकसित क्षेत्रों में अधिक टैक्स वाले सामान खरीदे जा सकते हैं जबकि कम विकसित में ऐसा नहीं है.

उन्होंने अरुण जेटली द्वारा दिए गए उदाहरण का जिक्र करते हुए कहा कि क्या कार और हवाई चप्पल पर समान रूप से टैक्स लगाया जा सकता है? नहीं, क्योंकि कार वाला अधिक टैक्स दे सकता है लेकिन चप्पल वाला नहीं. इसलिए वन नेशन वन जीएसटी अभी लागू करना मुमकिन नहीं है.

यह भी पढ़ें: एजुकेशन इंस्टीट्यूट पर क्यों नहीं घटा टैक्स? छात्रा के सवाल का निर्मला सीतारमण ने दिया ये जवाब

3:01 PM (3 महीने पहले)

पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में आएंगे?

Posted by :- Rahul Chauhan

इस सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि ये दोनों जीएसटी के इस प्रपोजल में नहीं थे. हालांकि जीएसटी लाने के समय भी हमने कहा था और एक लीगल प्रोविजन बनाया था कि जब कभी भी राज्य रेट को लेकर तैयार होंगे तब पेट्रोल डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जा सकेगा.

2:49 PM (3 महीने पहले)

'यह बिहार नहीं, देश के 140 करोड़ लोगों का मैनिफिस्टो'

Posted by :- Rahul Chauhan

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सवाल किया गया कि क्या यह GST कट बिहार चुनाव में बीजेपी का मैनिफेस्टो है? इस पर वित्त मंत्री ने कहा कि यह बिहार नहीं, देश के 140 करोड़ लोगों का मैनिफिस्टो है. सरकार ने जीएसटी में बदलाव का फैसला बहुत सोच-समझकर लिया गया है.

वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी का इतना बड़ा परिवर्तन और हर चीज में रेट का बदलाव करने के लिए इंडस्ट्री और ट्रेडर्स से बात कर रहे हैं कि वो रेट कट को सच में जनता तक पहुंचाएं, क्योंकि कई सवाल उठ रहे हैं कि कंपनियां रेट कट को जनता तक नहीं पहुंचाते हैं. कुछ न कुछ बहाने बनाकर पैसा बनाते रहते हैं और लोगों को लाभ नहीं मिलता. उस पर हम काम कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि जीएसटी में बदलाव बहुत उम्मीद के साथ की गई है, जो नवरात्रि से ही लोगों को खरीदारी पर दिखने लगेगा. उदाहरण के तौर पर 100 रुपये में पहले जो एक समान मिलता था, उसमें अब डबल समान खरीद सकता है.

2:46 PM (3 महीने पहले)

गब्बर सिंह टैक्स कहने पर विपक्ष पर हमला बोला

Posted by :- Rahul Chauhan

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष की ओर से GST को गब्बर सिंह टैक्स कहने को लेकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आज 91 फीसदी टैक्स लगाने वाले GST का श्रेय ले रहे हैं. निर्मला सीतारमण ने कहा कि विपक्षी दलों की ओर से जीएसटी को समर्थन मिल रहा है वही काफी है. 'गब्बर सिंह टैक्स' बोलने वाले आज इसका श्रेय लेने में जुटी है. ये बात मुझे समझ नहीं आया कि जो कांग्रेस पार्टी इंदिरा गांधी के समय इनकम टैक्स पर 91 फीसदी टैक्स लेती थी वो आज GST को बेहतर बनाने की क्रेडिट ले रही है. उनके जमाने के सरकार में अगर कोई 100 रुपया कमाता था तो 91 रुपये टैक्स लगता था.

यह भी पढ़ें: मर्सिडीज खरीदने वाले और हवाई चप्पल लेने वाले के लिए टैक्स एक नहीं हो सकता: सीतारमण

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2:45 PM (3 महीने पहले)

'बिहार जैसे राज्यों को Reform GST का लाभ मिलेगा'

Posted by :- Rahul Chauhan

गुटखा-तंबाकू के दाम बढ़ने से बिहार जैसे राज्यों को नुकसान होगा, उसकी भरपाई कैसे होगी? इसके जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि बिहार कंज्यूमिंग स्टेट है. मैं उम्मीद रख रही हूं कि इस नवरात्रि के पहले दिन से ही जनता रेट कटौती के चलते अधिक सामान खरीद सकेगी. बिहार जैसे राज्यों को इस कटौती और Reform GST का लाभ मिलेगा.

2:39 PM (3 महीने पहले)

'लोगों तक पहुंचे लाभ, कंपनियों से कर रहे बात'

Posted by :- Rahul Chauhan

बिहार के लोगों के सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि आपको छठ और दिवाली से पहले बिहार और पूरे देश को डबल धमाका मिलने वाला है. उन्होंने कहा कि प्राइवेट और सरकारी स्कूल-कॉलेज पर कोई टैक्स नहीं बढ़ाया है. उल्टा कम ही किया है. लेकिन जहां कमर्शियल इंस्टीट्यूट चल रहे हैं, उन्हें एजुकेशन इंस्टीट्यूशन नहीं माना गया है.

निर्मला सीतारमण ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं कि जो रेट कम किए गए हैं वो लोगों तक पहुंचे. इसके लिए हम लगातार इंडस्ट्री आदि से बातचीत कर रहे हैं कि इस रेट कटौती का लाभ लोगों तक पहुंचे. हम मॉनिटरिंग तो करेंगे ही लेकिन कंपनियों ने भी हमें आश्वास्त किया है कि लोगों तक रेट कटौती का पूरा लाभ पहुंचेगा.

2:32 PM (3 महीने पहले)

'रेट कट के लिए कंपनियों से बात कर रहे हैं'

Posted by :- Rahul Chauhan

उन्होंने कहा कि जीएसटी का इतना बड़ा परिवर्तन और हर चीज में रेट का बदलाव करने के लिए इंडस्ट्री और ट्रेडर्स से बात कर रहे हैं कि वो रेट कट को सच में जनता तक पहुंचाएं. क्योंकि कई सवाल उठ रहे हैं कि कंपनियां रेट कट को जनता तक नहीं पहुंचाते हैं और कुछ न कुछ बहाने बनाकर पैसा बनाते रहते हैं औऱ लोगों को लाभ नहीं मिलता. उस पर हम काम कर रहे हैं.

2:25 PM (3 महीने पहले)

ट्रंप टैरिफ की वजह से फैसला नहीं लिया: सीतारमण

Posted by :- Rahul Chauhan

महंगाई के सवाल पर वित्त मंत्री ने कहा कि महंगाई के कंट्रोल करने के लिए सरकार हमेशा प्रयास करती है. कई बार सप्लाई की दिक्कत की वजह से महंगाई काबू में नहीं रहती. इसके लिए हम जीएसटी लाने के लिए महंगाई तय नहीं कर सकते. अब ट्रंप के टैरिफ से इसे भी जोड़ा जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं है. डेढ साल पहले ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स बनाया गया था.

उन्होंने कहा कि 300 से अधिक गुड एंड सर्विसेस के रेट कम होने वाले हैं. इसका फैसला एक दिन में नहीं हो सकता. पिछले 1 साल में मैंने बार बार हर आइटम को देखा है कि आखिर इसका रेट और कम क्यों नहीं हो सकता और जनता को कैसे राहत मिलेगी.

2:22 PM (3 महीने पहले)

'70 साल तक क्यों लागू नहीं किया GST'

Posted by :- Rahul Chauhan

विपक्ष का आरोप है कि जीएसटी कम करने में 8 साल लगा दिए. इसके जवाब में निर्मला सीतारमण ने कहा कि 70 साल बाद इस देश को जीएसटी मिला. 10 साल जब प्रणब मुखर्जी इस पर बार बार बात करते थे तो तब भी इसे लागू नहीं किया गया. क्योंकि कोई राज्य यूपीए सरकार पर भरोसा नहीं कर पाया कि ये लोग कर पाएंगे या नहीं.

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2:19 PM (3 महीने पहले)

विपक्ष को रिसर्च करने की जरूरत: वित्त मंत्री

Posted by :- Rahul Chauhan

वित्त मंत्री ने कहा कि आज मैं हैरान हूं जब विपक्ष ये बोल रहा है कि जीएसटी लागू करते समय अधिक रेट रख दिया और अब रिफॉर्म के नाम पर उसको नीचे कर दिया. जीएसटी लागू करने के समय रेट हमारी मनमानी के मुताबिक नहीं था बल्कि जो रेट तब था, वही रखा गया. विपक्ष रिसर्च करे आरोप लगाने से पहले.

2:12 PM (3 महीने पहले)

वित्त मंत्री ने जीएसटी को बताया गुड और सिंपल

Posted by :- Rahul Chauhan

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अब जीएसटी गुड और सिंपल है. जीएसटी आने से पहले राज्यों का कानून था. सबको मिलाकर एक जीएसटी बना. सभी टैक्स को इकट्ठा करके जीएसटी बनाया. इससे पहले राज्यों में जो भी रेट था, वही रेट जीएसटी के समय बनाया गया. जीएसटी लागू करते समय मनमाने रेट लागू नहीं किए. जो थे वही रहे. विपक्ष को रिसर्च करनी चाहिए.