शेयर बाजार में पिछले सप्ताह देखी गई तेजी आगे भी जारी रहने की उम्मीद है. विश्लेषकों का मानना है कि सरकार से अधिक राहत उपायों की उम्मीद और कुछ खास शेयरों में तेजी के चलते ऐसा हो सकता है. जानकारों का कहना है कि निवेशकों की नजर प्रमुख आईटी कंपनियों के तिमाही नतीजों और व्यापक आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी.
बीते हफ्ते शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों में 4 फीसदी से अधिक की तेजी देखने को मिली. इस दौरान सेंसेक्स 1,812.44 अंक या 4.68 प्रतिशत बढ़ा, जबकि निफ्टी में 497.25 अंक या 4.35 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली. इस सप्ताह विप्रो और इंफोसिस के नतीजे आएंगे.
वहीं देश की 10 सबसे अधिक मूल्यवान कंपनियों में से 9 कंपनियों के मार्केट कैप में पिछले हफ्ते कुल 3,01,145.46 करोड़ रुपये का भारी इजाफा हुआ है. पिछले हफ्ते टीसीएस के बाजार पूंजीकरण में सबसे अधिक बढ़त दर्ज की गई. टीसीएस के मार्केट कैप में पिछले हफ्ते 1,09,644.68 करोड़ रुपये की बढ़त हुई, जिससे यह 10,56,277.53 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
टीसीएस देश की दूसरी ऐसी सूचीबद्ध कंपनी है, जिसके एम-कैप ने 10 लाख करोड़ का स्तर पार किया है. पहली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड है. एचडीएफसी बैंक के बाजार पूंजीकरण में पिछले हफ्ते 69,952.08 करोड़ रुपये का उछाल आया है, जिससे यह 6,78,991.98 करोड़ रुपये हो गया है.
इसके अलावा इंफोसिस के एम-कैप में पिछले हफ्ते 38,270.81 करोड़ रुपये की बढ़त हुई है, जिससे यह 4,71,751.13 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. वहीं, HDFC के मार्केट-कैप में 30,052.75 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है और यह 3,51,483.41 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
आईसीआईसीआई बैंक के बाजार पूंजीकरण में 22,428.99 करोड़ रुपये का उछाल आया है, जिससे यह 2,77,003.07 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. इसके अलावा एचसीएल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड का मार्केट-कैप 11,736.6 करोड़ रुपये बढ़कर 2,32,289.73 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
सेंसेक्स की टॉप-10 में से सिर्फ एक भारती एयरटेल के एम-कैप में पिछले हफ्ते गिरावट दर्ज की गई. कंपनी का एम-कैप पिछले हफ्ते 3,928 करोड़ रुपये कम हुआ है, जिससे यह 2,31,943.02 करोड़ रुपये पर आ गया. शीर्ष दस कंपनियों में आरआईएल पहले स्थान पर बरकरार है.