कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय बजट 2021 पर निराशा जताई है. राहुल गांधी ने कहा है कि इस बजट में गरीबों के लिए कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि गरीबों के हाथों में नगदी की बात तो भूल ही जाइए. नरेंद्र मोदी सरकार अपने पूंजीपति दोस्तों के हाथ में देश की संपत्ति सौंपने की योजना बना रही है.
बता दें कि राहुल गांधी कई बार सरकार से गरीबों के हाथों में सीधी नगदी ट्रांसफर की मांग करते आए हैं. कोरोना महामारी के समय भी राहुल गांधी ने यही मांग की थी. राहुल गांधी का तर्क है कि अगर गरीबों के हाथों में पैसा आएगा तो वो खर्च कर पाएंगे और अगर खर्च करेंगे तो इकोनॉमी को रफ्तार मिलेगी. इस बार बजट में सरकार ने ऐसी किसी योजना का ऐलान नहीं किया है.
इस बजट में केंद्र सरकार ने कई PSU, बीमा, रेलवे सेक्टर, बैंक के विनिवेश का फैसला किया है. सरकार को उम्मीद है कि इससे सरकार को पैसा मिलेगा, जिसका इस्तेमाल सरकारी योजनाओं में किया जाएगा.
राहुल गांधी ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गरीबों के हाथ में नगदी देने के बात तो भूल ही जाइए, मोदी सरकार भारत की संपत्ति को अपने पूंजीपति दोस्तों को हैंडओवर करने की तैयारी कर रही है.
बजट पेश होने से पहले राहुल गांधी ने कहा था इस बजट में सरकार को किसानों, मजदूरों को रोजगार देने का प्रावधान करना चाहिए. मंझोले सेक्टर के उद्योगों को मदद देनी चाहिए ताकि नई नौकरियां पैदा हो सके.
लोगों की जान बच सके इसके लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में खर्चे बढ़ाने चाहिए. इसके अलावा सरकार को रक्षा सेक्टर में भी खर्च बढ़ाना चाहिए.
aajtak.in