बिहार के सारण जिले के सहाजितपुर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग प्रेमी जोड़े द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किये जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है.घटना उस समय हुई जब नाबालिग प्रेमिका के घर पर उसके माता पिता मौजूद नहीं थे. उसी दौरान नाबालिग प्रेमी और प्रेमिका ने दुपट्टे का फंदा बनाकर गले में लगाकर आत्महत्या कर ली.घटना बीते बुधवार की शाम की बताई जा रही है.
मृत नाबालिग की पहचान 15 साल के सनिस महतो, जलालपुर थाना क्षेत्र के नवादा मठिया गांव निवासी गनपत महतो का पुत्र के रूप में हुई है. वह अपने बड़े भाई और पिता के साथ अपने ननिहाल, सहाजितपुर थाना क्षेत्र के मोती छपरा गांव में रहता था. वहीं नाबालिग प्रेमिका की पहचान 14 साल की अंजली कुमारी, मोती छपरा गांव निवासी जयलाल प्रसाद के पुत्री के रूप में हुई है. दोनों के घर आसपास ही थे और दोनों एक-दूसरे को पसंद करते थे. घटना के वक्त दोनों के परिजन घर पर मौजूद नहीं थे. इसी का फायदा उठाकर लड़का प्रेमिका के घर पहुंच गया.प्रेमिका के घर पर ही दोनों ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
प्रेमिका के बुजुर्ग दादा जब देर शाम खेत से लौटकर आए तो उन्होंने घर में अंजली की तलाश की. काफी इंतजार के बाद जब वह बाहर नहीं निकली तो उन्होंने घर के कमरे को जाकर देखा. दरवाजा अंदर से बन्द मिला.दरवाजा खुलवाने की कोशिश की ,लेकिन दरवाजा नहीं खुला.तब उन्होंने खिड़की के रास्ते झांक कर देखा तो दोनों को छत से लटका हुआ पाया.आननफानन में दरवाजे को किसी तरह खोलकर उन दोनों के शवों को उतारा गया.
इस वाकये की खबर इलाके में आग की तरह फैली और नाबालिग प्रेमी के पिता गनपत महतो जो खेत मे काम कर रहे थे,उनतक पहुंची.उन्होंने मौके पर पहुंचकर अपने बेटे की शिनाख्त की. इस घटना के बाद कुछ लोगों ने दोनों शवों के क्रियाकर्म की तैयारी करनी शुरू कर दी .लेकिन इसी बीच किसी ने सहाजितपुर थाने को इसकी सूचना दे दी.पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों के शवों को बुधवार देर रात पोस्टमार्टम के लिये छपरा सदर अस्पताल भेज दिया.
तीन डॉक्टरों का मेडिकल बोर्ड गठित कर गुरूवार को दोनों के शवों का पोस्टमार्टम किया गया.दोनों के शवों का बिसरा भी जांच के लिए संरक्षित कर लिया गया है. आज इस मामले को लेकर फोरेंसिक टीम ने मौके पर जाकर घटना से सम्बंधित सभी पहलुओं की जांच पड़ताल की और वैज्ञानिक साक्ष्य इकट्टा किया.
अभी इस मामले में किसी भी पक्ष की तरफ से थाने को कोई आवेदन नहीं दिया गया है.नाबालिग प्रेमी के घर पर सिर्फ पिता है जो मेहनत मजदूरी करके अपना भरण पोषण करते हैं,जबकि मां का देहांत पहले ही हो चुका है.इधर, नाबालिग प्रेमिका के पिता बाहर कहीं काम करते हैं, जबकि मां किसी विवाह में शामिल होने के लिए दिल्ली गई हुई है.इसके घर सिर्फ बुजुर्ग दादा और दादी ही है.
आलोक कुमार जायसवाल